आई तीज हरियाली,
सखी री झूमो गाओ।
सखियन को झूलना झुलाओ,
सखी नाचो गाओ।
चौक पुराओ सखी,
मंगल गाओ,
बयना मन्सो सखी,
नंद को बुलाओ,
शिव- गौरा को मनाओ,
सखी री झूमो गाओ।
गोरे-गोरे हाथों में,
मेहंदी लगाओ।
लाल-लाल चूडियों से,
पिया को रिझाओ।
सुहाग अपना मनाओ,
सखी री झूमो गाओ।
पीहर जाओ सखी,
मेले भी जाओ।
भाभी-बहन संग,
खुशियां मनाओ।
हरियाली पर्व मनाओ,
सखी री झूमो गाओ।
झरना माथुर, देहरादून, उत्तराखंड