neerajtimes.com वाराणसी — वाराणसी महानगर के गोलघर मैं दागिन के काशी पत्रकार संघ पराड़कर भवन.हाल में विगत वर्षों की तरह इस वर्ष भी चपाचप बनारसी जनसेवा साहित्य शोध ट्रस्ट एवं प्रेरणा हिन्दी प्रचार सभा उत्तर प्रदेश द्वारा वन्देमातरम् कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन डॉ.अजीत श्रीवास्तव चपाचप बनारसी के अध्यक्षता और कवि इंद्रजीत तिवारी निर्भीक के संयोजन/दिशा निर्देशन में किया गया।
उक्त अवसर पर भाजपा.रेहड़ी पटरी व्यवसाय प्रकोष्ठ काशी क्षेत्र के संयोजक श्रीप्रकाश कुमार श्रीवास्तव गणेश मुख्य अतिथि ने कहा कि मातृ-पितृ भक्ति ही सर्व शक्ति है। इसे सदैव हम सबको जागृत करते रहना चाहिए। पृथ्वी के साक्षात् देवता माता – पिता हैं। उनकी सेवा भक्ति सदैव करते रहना चाहिए। विशिष्ट अतिथि डॉ.सुबाष चंद्र, राकेश चंद्र पाठक महाकाल, उर्मिला मिश्रा ने भी विचार व्यक्त किया। आकाशवाणी, दूरदर्शन की प्रख्यात उदघोषिका कवयित्री अनामिका अर्श एवं कवयित्री झरना मुखर्जी के संचालन में कवि सम्मेलन में एक से एक रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया गया।
पूर्व प्राचार्या, कवयित्री डॉ.रजनी अग्रवाल- वाग्देवी रत्ना के हे शारदे मां,से शारदे मां हम सबके सुर को, संवार दे मां अत्यंत मार्मिक रचना, इंद्रजीत निर्भीक ने- शोला यहीं,शबनम यहीं, बारूद यहीं बम,गाते रहो ये गीत मीत वन्देमातरम, चपाचप बनारसी ने – लाल टमाटर देहरादून काट राजा दूननू जून, सुनीता जौहरी ने – पर्यावरण को हम सब बचाएंगे, घर -घर जाकर एक दूजे को जगायेंगे। झरना मुखर्जी ने- टुकड़ों में बिखरना नहीं जुड़ना है जिंदगी, सुषमा जौनपुरी ने – देश की हालत रहनुमा जब तक खुद ही सुधर कर सुधारेंगे, तब तक इस देश को गर्त से गर्त में ही डालेंगे, फायर बनारसी ने- खेतों और खलिहानों में हम गोला बारूद उगायेगें, अनामिका अर्श ने- ओ मां,ओ मां ,हम सब पर दया कर मां, डॉ.सुबाष चंद्र ने- फूलों सा खिलखिलाते रहना है भेदभाव,ऊंचनीच के भेदभाव को दूर भगाना है।
स्वागत संबोधन रमेश चंद्र पांडेय, उर्मिला मिश्रा, शिव कुमार अग्रवाल, धन्यवाद आभार कार्यक्रम संयोजक कवि इंद्रजीत तिवारी निर्भीक एवं वरिष्ठ कवयित्री डॉ.रजनी अग्रवाल वाग्देवी रत्ना ने किया। चपाचप बनारसी जनसेवा साहित्य शोध ट्रस्ट व प्रेरणा हिंदी प्रचार सभा के संयुक्त सफल आयोजन की कवि संगम त्रिपाठी ने कहा कि इस आयोजन से हिंदी प्रचार अभियान को नई दिशा मिलेगी। आयोजन के अंत में बड़ी शीतला माता मंदिर के महंत श्री शिवप्रसाद पाण्डेय लिंगिया महाराज काशी की धर्मपत्नी स्वर्गीय राधा मां को दो मिनट मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।