( 1 ) सुनो-सुनो
माँ गंगा की कहानी,
बहती पवित्र अजस्त्र जलधारा रवानी !!
( 2 ) गुनो-गुनो
जीवन राज सुहानी,
वामनरूप विष्णुचरण पखारें श्रीब्रह्माजी !!
( 3 ) पर्वत राजा
हिमवान-मीना पुत्री,
त्रिपथगा माँ गंगा की कहानी !!
( 4 ) कल्याणी पापनाशिनी
चली माँ गंगा बहती,
शिव जटाओं से निकली !!
( 5 ) मोक्षदायिनी विष्णुपदी
करें माँ गंगा आरती,
चले ये भवसागर से हमें तारती !!
– सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान