neerajtimes.com जबलपुर – महामहोपाध्याय आचार्य हरिशंकर दुबे जी को श्याम फतनपुरी की दो किताबें श्याम की मधुशाला व श्याम की गीतिकाएं कवि संगम त्रिपाठी ने भेंट की। दोनों कृतियों में महामहोपाध्याय आचार्य हरिशंकर दुबे जी ने अपनी लेखनी से मंगल भाव अभिव्यक्त किएं है। श्याम फतनपुरी प्रयागराज के सिद्धहस्त कवि है व अनेकों सम्मानों से सम्मानित किये जा चुके हैं। श्याम फतनपुरी ने श्याम की मधुशाला व श्याम की गीतिकाएं बड़े मनोभाव से छन्दबद्ध गेय काव्य विधा में लिखी है।
इस अवसर पर कवि संगम त्रिपाठी संस्थापक प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा के साथ गणेश श्रीवास्तव प्यासा जबलपुरी संस्थापक सशक्त हस्ताक्षर संस्था उपस्थित रहे।