( 1 ) आओ
चलें प्रयागराज महाकुंभ,
छोड़ आएं सभी, अहंकार दंभ !!
( 2 ) करें
शुद्धि तन-मन-चित्त की,
चलें पापों से, पालें मुक्ति !!
( 3 ) जानें
महाकुंभ की वैज्ञानिकता,
और सनातन धर्म की महानता !!
( 4 ) पहचानें
स्वयं की शक्ति को,
साधक दैनन्दिनी चर्या उपयोगिता को !!
( 5 ) पवित्र
बनें, निर्मल रहें
सदैव गौ गंगा गीता सेवा में रहें !!
( 6 ) चलो
लगाएं पवित्र जल में डुबकी,
और जीवन-मरण चक्र से मुक्ति पाएं !!
( 7 ) आओ
करें जलपान अमृत कलश बूंदों का,
और मोक्ष प्राप्ति की ओर अग्रसर होएं !!
– सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान