( 1 )” आइये “, आइये
चलें समय के साथ,
और टाईम बैंक ऑफ इंडिया से जुड़ें !
है ये संस्था सभी सीनियर सिटीज़न्स की…,
ये करे बीमारी में तीमारदारी, साथ खड़ी रहे !!
( 2 )” समय “, समय
दौर है ये विकट,
बुजुर्ग लोग अलग-थलग से पड़ रहे !
शनै: शनै: नित बढ़ती जा रही हैं समस्याएं.,
और संयुक्त परिवार टूटके अब बिखर रहे !!
( 3 )” के “, केवल
परम सेवा निहितार्थ ही,
बनी टाईम बैंक ऑफ इंडिया यहाँ पर !
और है इसका मूल उद्देश्य बड़े-बुजुर्गों की सेवा.,
ये करती बहुमूल्य समय का संचयन यहाँ पर !!
( 4 )” साथ “, साथ
मिला अच्छे लोगों का,
तो, मिलती चली गयी इसे अपार सफलता !
अब ये पूरे भारतवर्ष में जानी पहचानी जाए….,
और जुड़के गौरवान्वित हैं सभी कार्यकर्त्ता !!
( 5 )” चलें ‘, चलें
बढ़ें समय संग-साथ,
और अपने बहुमूल्य, वक़्त को पहचानें !
आइये, जुड़ें टाईम बैंक परिकल्पना के साथ..,
और व्यक्तित्व कृतित्व को निखारते चलें !!
– सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान