neerajtimes.com सागर (म.प्र.) – नगर के लोकप्रिय साहित्य सेवी श्री संतोष श्रीवास्तव:विद्यार्थी”सागर द्वारा संस्थापित काव्य-समूह “विद्यार्थी” की क ख ग का भव्य आनलाइन कविसम्मेलन ,”जगमग ज्योति जले जनतंत्री” थीम पर आयोजित किया गया।
कवि सम्मेलन की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि/व्यंग्यकार सुधीर श्रीवास्तव ( गोंडा उ.प्र.) ने किया । मुख्य अतिथि के रूप में रामकथा मर्मज्ञ अरविंद श्रीवास्तव “असीम” दतिया, विशिष्ट अतिथियों पूरन चंद गुप्ता”पूरन” टीकमगढ एवं जनाब खालिद हुसैन सिद्दीकी लखनऊ के आतिथ्य में संपन्न हुई।
कवि सम्मेलन का शुभारंभ संतोष श्रीवास्तव “विद्यार्थी”सागर द्वारा गणेश वंदना, अरविंद श्रीवास्तव”असीम”दतिया द्वारा मां सरस्वती वंदना, व राष्ट्र-वंदना डाॅ.मनोज तिवारी”मनसिज बड़ामलहरा द्वारा राष्ट्र वंदना के साथ हुआ।
अध्यक्षता कर रहे सुधीर श्रीवास्तव ने काव्यपाठ के माध्यम से संदेश दिया कि “मतदान के पूर्व खूब सोच विचार कीजिए। किसी के बहकावे में न आईये।
मुख्य अतिथि श्री अरविंद श्रीवास्तव “असीम ” जी ने काव्य-संदेश दिया कि- मतदान करें,मत दान करें,
कितनी कुर्बानी देकर के लोकतंत्र हमनें पाया है।
मत का भी अधिकार मिला है।
हम अपनी सरकार चुनें,वह पावन अवसर आया है।
कवि सम्मेलन में देश भर के विभिन्न हिस्सों से कवियों/कवयित्रियों के रुप में रामनिवास तिवारी”आशुकवि निवाड़ी , प्रेमप्रकाश श्रीवास्तव “प्रणय” सीतापुर, श्रीमती गीता पांडे “अपराजिता” रायबरेली, भुलक्कड़ “बनारसी” वाराणसी, शैलेन्द्र कुमार अंबष्ट बनारस, अंंकित जैन नौगांव म.प्र., श्रीमती जगदीश कौर प्रयागराज, प्रेमलता”रसबिंदु “गोरखपुर, विनीता लावनियां बेंगलुरु, सुनीता श्रीवास्तव सुलतानपुर, जयशंकर सिंह जी बनारस, बृजबाला श्रीवास्तव ” सुमन”आजमगढ़ और डाॅ.श्रीमती कमलेश मलिक आदि ने रोचक, प्रेरक और मतदान की महत्ता को रेखांकित करते हुए अपना काव्यपाठ किया। कवि सम्मेलन का कुशल संचालन क्रमश:श्री सतीश शिकारी जी रतलाम म.प्र. व श्रीमती जगदीश कौर प्रयागराज उ.प्र.ने किया।
कार्यक्रम के अंत में संस्थापक संतोष श्रीवास्तव “विद्यार्थी” द्वारा सभी अतिथियों, पदाधिकारियों, कवियों कवयित्रियों का सम्मेलन को सम्मेलन को सफल बनाने के लिए सबकी गरिमामय उपस्थिति और सहयोग के लिए आभार धन्यवाद प्रकट करने के साथ ही समापन की घोषणा की।