देवताओं द्वारा तुम पूजी जाती,
भक्तों की तुम आराध्य देवी हो,
तुम से मेरी यही प्रार्थना,
सब पर दया करो माँ जगदम्बे।
ये जीवन माँ तुम्हीं ने दिया है,
तुम्हीं इसकी रक्षा करना,
मातेश्वरी तेरा गुणगान करूं,
ऐसी सुमति हमको दे दो ।
माँ बावन तेरे सिद्धपीठ है
तेरी महिमा अपरम्पार ,
होठों पर तेरा ही नाम रहे,
माँ मन में तेरा ही ध्यान रहे।
-कालिका प्रसाद सेमवाल
मानस सदन अपर बाजार
रूद्रप्रयाग उत्तराखंड