देहरादून, 14 अक्तूबर 2023: आईएमएस यूनिसन विश्वविद्यालय में शनिवार को पूरे हर्षोल्लास के साथ सातवां दीक्षांत समारोह संपन्न हुआ। जिसमें पीएचडी सहित विभिन्न पाठ्यक्रमों के कुल 626 छात्र छात्राओं को उपाधि प्रदान की गई। इसके साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में सर्वोच्च प्रदर्शन और सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले करने वाले कुल 13 मेधावी विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया, जिनमें से 9 स्वर्ण पदक लड़कियों के नाम रहे। उपाधि मिलने के बाद सभी विद्यार्थियों के चेहरे खुशी से खिल उठे। इस समारोह के मुख्य अतिथि एवं आईएमएस यूनिसन विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. गुरदीप सिंह रहे।
दीक्षांत समारोह के इस अवसर पर एल.एल.एम. बैच (2022-23), एम.बी.ए, एम.एच.एम., एम.ए (इंग्लिश) और एम.ए (पत्रकारिता एवं जनसंचार) बैच 2021-23 के स्नातकोत्तर एवं बी.ए.एल.एल.बी (आनर्स), बी.बी.ए. एल.एल.बी (आनर्स) के 2018-23 बैच, इंटीग्रेटेड एम.बी.ए 2019-23, बी.एच.एम बैच 2019- 23 एवं बी.बी.ए, बी.कॉम (आनर्स), बी.ए (पत्रकारिता एवं जनसंचार), बीए (आनर्स) के 2020-23 बैच और 8 शोधार्थियों समेत कुल 626 डिग्रियां वितरित की गई।
यूनिवर्सिटी टॉपर हर्षित कुमार सिंघल को फाउंडर चेयरमैन मेडल और बहुमुखी प्रतिभा के धनी रोईखिक मुख़र्जी को बेस्ट ऑलराउंडर छात्र के तौर पर कुलाधिपति मेडल से नवाज़ा गया ।
विभिन्न पाठ्यक्रमों के 13 टॉपर्स को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। दिलचस्प बात यह है कि कुल 13 स्वर्ण पदक विजेताओं में से 9 लड़कियां थीं।
स्वर्ण पदक विजेताओं के नाम निम्नलिखित है:
रिया जैन: एमबीए
हर्षिनी सिथिआ: एलएलएम
भारती पांडे: इंटीग्रेटेड एम.बी.ए
शनाया मैरी ओकॉनर: एमए (पत्रकारिता एवं जनसंचार)
सौरभ यादव: एमएचएम
महिमा चौधरी: एम.ए (इंग्लिश)
हर्षित कुमार सिंघल: बीबीए
मान्या मल्होत्रा: बी.कॉम (आनर्स)
इप्सा: बीएएलएलबी (आनर्स)
पूर्वी बंसल: बीबीएएलएलबी (आनर्स)
वंशिता थापा: बीए (पत्रकारिता एवं जनसंचार)
लिल बहादुर पुन: बीएचएम
मयूर राणा: बीए (आनर्स)
इसके अलावा प्रबंधन विषय में 4, विधि में 3 और पत्रकारिता एवं जनसंचार में 1 शोधार्थियों को भी डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) डिग्री से नवाजा गया जिनके नाम इस प्रकार हैं:
पारितोष पाठक (प्रबंधन), शुभानगी शर्मा (प्रबंधन), अजय पुरोहित (प्रबंधन), सचिन लूथरा (प्रबंधन), रेखा गिरी (विधि), कुमुद मेहरा (विधि), आकांक्षा सचदेवा (विधि), अन्वेषा सेन मजूमदार (पत्रकारिता एवं जनसंचार) ।
वार्षिक दीक्षांत समारोह का शुभारंभ शैक्षणिक पदचाल के साथ हुआ जिसमें कुलाधिपति प्रो. गुरदीप सिंह, विश्वविद्यालय प्रशासक मंडल के अध्यक्ष श्री अमित अग्रवाल, कुलपति ब्रिगेडियर डॉ एन श्रीनिवासन, उपकुलपति प्रोफेसर रविकेश श्रीवास्तव, कुलसचिव कर्नल प्रणव कुमार, प्रशासक मंडल एवं अकादमिक परिषद के माननीय सदस्य सम्मिलित रहे।
राष्ट्रगान के साथ समारोह की शुरुआत हुई। इसके बाद कुलाधिपति एवं दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि प्रोफेसर गुरदीप सिंह ने दीक्षांत समारोह के विधिवत संचालन की घोषणा की। कुलपति ब्रिगेडियर डॉ एन श्रीनिवासन ने मुख्य अतिथि और मंचासीन सभी शिक्षाविदों और सभागार में उपस्थित सभी सम्मानित अतिथियों, विद्यार्थियों, उनके परिवार के सदस्यों और मीडियाकर्मियों का हृदय से स्वागत किया। उन्होंने सातवें दीक्षांत समारोह में सभी की सौम्य उपस्थिति के लिए सराहना व्यक्त की और सभी 626 स्नातक छात्रों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि मेधावी छात्रों ने सफलतापूर्वक एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार कर लिया है और अब जीवन के नए अध्याय की शुरुआत कर रहे हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि वे उत्कृष्टता की खोज, समाज की सेवा और अपने राष्ट्र को सम्मान दिलाने के लिए दृढ़ प्रतिबद्धता को कायम रखेंगे। ब्रिगेडियर (डॉ.) श्रीनिवासन ने इस
बात पर जोर दिया कि उनकी शैक्षणिक यात्रा अभी शुरू हुई है, क्योंकि उन्हें आजीवन सीखते रहने की जिज्ञासा को सदैव जीवित रखना होगा। उन्होंने छात्रों की जीवन में उत्कृष्टता प्राप्त करने की क्षमता पर अटूट विश्वास व्यक्त किया।
अपने दीक्षांत भाषण में, मुख्य अतिथि एवं आईएमएस यूनिसन विश्वविद्यालय के माननीय कुलाधिपति प्रो. गुरदीप सिंह ने छात्रों को उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए बधाई दी। उन्होंने बताया कि कैसे कम समय में, आईएमएस यूनिसन यूनिवर्सिटी एक प्रतिष्ठित संस्थान के रूप में उभरा है, जो विभिन्न विषयों में शिक्षण और अनुसंधान में अपनी उत्कृष्टता के लिए प्रसिद्ध है। उन्होंने विश्वविद्यालय को असीम ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों की कड़ी मेहनत, समर्पण और योगदान की प्रशंसा की। साथ ही प्रशासन और प्रशाशनिक अधिकारियों की दूरदर्शिता की भी सराहना की । उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय से स्नातक करने वाले छात्र ज्ञान, बुद्धि और नैतिक मूल्यों के प्रतीक हैं। उनका दृढ़ विश्वास है कि स्नातक छात्र आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी तरह से सुसज्जित हैं और राज्य और देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
मुख्य अतिथि ने इस शुभ अवसर पर स्मारिका का विमोचन भी किया। विश्वविद्यालय के कुलसचिव कर्नल प्रणव कुमार ने समारोह के अंत में उपस्थित सभी विद्यार्थियों, अभिभावकों, अतिथियों, शिक्षकों एवं समस्त कर्मचारियों को धन्यवाद ज्ञापित किया और राष्ट्रगान के साथ विश्वविद्यालय का सातवां दीक्षांत समारोह सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।