1-छन्न पकैया हलधर भैया ,देख चुनावी रेला ।
स्वामी , सैनी और राजभर , कर बैठे थे खेला ।।
देख सब दंग हुए हैं ।
कि नेता नंग हुए हैं ।।
2-छन्न पकैया हलधर भैया ,जाट हुए अब स्याने।
अखलू और टिकैत चित्त हैं ,एक साथ चौखाने ।।
कौम कुश्ती में माहिर ।
सत्य ये है जग जाहिर ।।
3-छन्न पकैया हलधर भैया ,जाति धर्म का साँचा ।
बाबा बुलडोजर ने तोड़ा , यादव, मुल्ला ढांचा ।।
कोप से कौन बचाए ।
सांच को आंच न आए ।।
4-छन्न पकैया हलधर भैया , सम्मुख खड़ी चुनौती ।
कांग्रेस प्रियंका ढोए, राहुल बना पनौती ।।
सोनिया ऊब रही है ।
कि नैया डूब रही है ।।
5-छन्न पकैया हलधर भैया ,बाप बचा ना बेटा ।
मोदी और शाह जोड़ी ने ,सबको साथ समेटा ।।
खिलाड़ी दोनो तगड़े ।
किए सब नेता लंगड़े ।।
6- छान्न पकैया हलधर भैया ,राहुल क्यों पगलाया ।
दूर देश में लोकतंत्र को,घायल करता पाया ।।
दर्द कुर्सी का भारी ।
चीन से करता यारी ।।
7- छन्न पकैया हलधर भैया , केजरिया की माया ।
दो दो मंत्री जेल गए हैं ,कैसा खेल रचाया ।।
आप की छाप डुबाई ।
जांच उस तक भी आई ।।
8- छ्न्न पकैया हलधर भैया ,रोने लगे बिहारी ।
लालू के ही जैसा पाया, बेटा भ्रष्टाचारी ।।
जांच दिल्ली में जारी ।
जेल जाने की बारी ।।
9- छन्न पकैया हलधर भैया , क्या क्या लिखूं कहानी ।
भीख मांगते घूम रहे हैं , नेता पाकिस्तानी ।।
देश का माल उड़ाए ।
फ़ौज ने महल बनाए ।।
10- छन्न पकैया हलधर भैया , मोदी नहीं चुनौती ।
कांग्रेस की नाव डुबोए , राहुल स्वयं पनौती ।।
सोच कर बोलो राहुल ।
खेल में होते फाउल ।।
– जसवीर सिंह हलधर , देहरादून