आधार सफलता का, लगन और श्रम है,
कहते हैं बात यही , शुभचिंतक सभी।
हो जब धन आधार, साकार न होता स्वप्न ,
सत्य रहे जब साथ, मिलेगा लक्ष्य तभी।
संकल्प साधना तब, सामर्थ्य पास हो जब,
होती यदि नीत सही, छूती न हार कभी।
यश चैन चाहिए तो, रिश्ता श्रम से रखना,
आलस्य न होगा मित्र, निश्चय कर अभी।
– मधु शुक्ला . सतना , मध्यप्रदेश