मनोरंजनमैं कहूंगा – दीपक राहीnewsadminSeptember 21, 2022 by newsadminSeptember 21, 20220105 आओ सब एक हो चले, अपने लक्ष्य की और आगे बढ़ चले, फिर कोई आएगा, आपके इरादों को, कुचल कर चला जाएगा, मैं फिर भी...
मनोरंजनप्रभाती मुक्तक – कर्नल प्रवीण त्रिपाठीnewsadminSeptember 20, 2022 by newsadminSeptember 20, 20220177 :”जीने की कला” – चार पल जी लें खुशी से गम भुलाने के लिये। हो दवा सँग एक घावों पर लगाने के लिये। आपसी संवाद...
मनोरंजनभौतिक श्रृंगार – भूपेन्द्र राघवnewsadminSeptember 20, 2022 by newsadminSeptember 20, 20220116 नैसर्गिग इस सुदरता ने उन भौतिक श्रृंगारों को,, कुमकुम काजल रंजनश्लाका रोली को मसकारों को, प्रकट होकर दिव्यरूप में, हाँ औकात बता डाली, श्रृंगारो तुम...
मनोरंजनछंद (तुकांत आवृत्ति) – जसवीर सिंह हलधरnewsadminSeptember 19, 2022 by newsadminSeptember 19, 20220170 देश की स्वतंत्रता ,अखंडता के हेतु मरे, सुभाष, पटेल जैसा नेता और कौन था । आज़ाद ही जिया और आज़ाद ही मर गया ,...
मनोरंजनउबारो आज जगमोहन – अनिरुद्ध कुमारnewsadminSeptember 19, 2022 by newsadminSeptember 19, 20220151 चरण वंदन, करूँ स्वामी, सहा जाता, नहीं क्रंदन। किधर को जा रही दुनियाँ, सभी करते, यही चिंतन। किसे कोई, कहे अपना, रहे व्याकुल, सदा तनमन।...
मनोरंजनतन्हाई – झरना माथुरnewsadminSeptember 19, 2022 by newsadminSeptember 19, 20220105 मेरा इस तन्हाई से अटूट नाता है, भीड़ हो या फुर्सत इससे जुड़ जाता है। ढूंढती है आज भी ये किसी को नज़र, जानना...
मनोरंजनहार नहीं मानूँगी – अनुराधा प्रियदर्शिनीnewsadminSeptember 19, 2022 by newsadminSeptember 19, 20220134 हार नहीं मानूँगी कभी भी, चाहे जितनी भी मुश्किल हो, राहों में चाहे शूल बिछे हों, उठती हो या ज्वालामुखी, अंगारों पर चलना पड़े तो,...
मनोरंजनआह्वान – अनूप सैनी ‘बेबाक’newsadminSeptember 19, 2022 by newsadminSeptember 19, 20220106 देख कर दशा हिन्द और हिंदी की, व्यथित है मन, पर क्या हुआ इस व्यथा का, जो सुधारने की दशा इसकी, न किया कोई जतन।...
मनोरंजनछंद – रामलाल द्विवेदीnewsadminSeptember 19, 2022 by newsadminSeptember 19, 2022099 तर्पण श्राद्ध सु भाव से, करें पितर को याद । धर्म मूल पाताल को ,सच्चे सुत आबाद।१। पितृ पक्ष में पूजते, नित करते जल...
मनोरंजनरहना सम्भलकर यारों — गुरुदीन वर्माnewsadminSeptember 17, 2022 by newsadminSeptember 17, 20220128 रहना सम्भलकर यारों, आई है बाढ़ लुटेरों की। मुश्किल है इनकी पहचान, यारों इन लुटेरों की।। रहना सम्भलकर यारों———————-।। रंगीन है इनकी दुनिया, चेहरे इनके...