नाम जिसका अजीत, गांव से निभाई प्रीत,
ज्ञानवान धैर्यवान नेता को नमन है।
बाप की विरासत को, लगने न दिया दाग,
चौधरी के पूत नचिकेता को नमन है।
गांव से गरीबी वाले ,दूर किए मेघ काले,
स्वच्छ राजनीति के सुचेता को नमन है।
कृषकों का दिया साथ,कभी न छुड़ाया हाथ ,
तकनीकी ज्ञान के प्रणेता को नमन है।
– जसवीर सिंह हलधर, देहरादून