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हैवानियत की हदें पार कर कत्ल की सूत्रधार बनी कलियुगी पत्नी – मनोज कुमार अग्रवाल

neerajtimes.com मेरठ – मेरठ की मुस्कान ने सौरभ से प्यार किया, 2016 में शादी की, एक बेटी को जन्म दिया लेकिन फिर उसी प्यार का कत्ल करने की ऐसी खौफनाक साजिश भी रच डाली कि पुलिस अधिकारी भी सन्न रह गए। घर के अंदर चाकू चले, खून बहा, शरीर के टुकड़े किए गए, प्लास्टिक के ड्रम में रख दिया और फिर उस पर सीमेंट डाल दिया, ताकि किसी को शक न हो। मुस्कान ने घर पर ताला लगाकर लोगों को बता दिया कि वह पति के साथ घूमने जा रही है लेकिन जुर्म का राज ज्यादा दिनों तक छुप नहीं सका। एक कबूलनामा और फिर पुलिस की दस्तक के साथ वह खौफनाक राज बाहर आ गया, जिसने पूरे मेरठ को हिलाकर रख दिया। साल 2015 में सौरभ और मुस्कान की मुलाकात हुई थी। प्यार हुआ,इकरार हुआ और 2016 में दोनों ने शादी कर ली। दोनों की जिंदगी में खुशियां थीं, एक प्यारी-सी बेटी भी थी, जो इस वक्त दूसरी कक्षा में पढ़ रही है। सौरभ मर्चेंट नेवी में अफसर थे और लंबे समय तक समुद्र में रहने के कारण, मुस्कान अकेले मेरठ में बेटी के साथ किराए के मकान में रहती थी। वक्त बदला और 2019 में मुस्कान के जीवन में साहिल की एंट्री हुई, जो उसी मोहल्ले में रहता था। शुरुआत में दोनों के बीच दोस्ती थी, लेकिन यह दोस्ती धीरे-धीरे खतरनाक मोहब्बत में बदल गई। साहिल अब मुस्कान की जिंदगी का हिस्सा बन चुका था, और सौरभ की गैरमौजूदगी में उनके घर का भी।

मुस्कान का जन्मदिन 25 फरवरी को था। वह इसे खास बनाने की तैयारी कर रही थी, लेकिन इस बार एक और चीज तय थी, सौरभ की हत्या। सौरभ लंदन से मेरठ लौटा था, लेकिन उसे क्या पता था कि यह उसकी आखिरी यात्रा होगी। इस खौफनाक साजिश को अंजाम देने के लिए मुस्कान और साहिल ने मिलकर योजना बनाई।

4 मार्च की रात जैसे ही सौरभ घर में सोने गया, मुस्कान ने इशारा किया और साहिल ने चाकू से उसके ऊपर हमला कर दिया। सौरभ पूरी ताकत से लड़ने की कोशिश कर रहा था, लेकिन मोहब्बत में अंधी हो चुकी मुस्कान ने उसे बचाने की कोशिश तक नहीं की। वह बेबस देखता रहा कि कैसे उसकी पत्नी और उसका प्रेमी उसकी ही जान के दुश्मन बन चुके हैं। कुछ ही मिनटों में सौरभ की सांसें थम गईं।

मुस्कान ने मोहल्ले में यह अफवाह फैला दी कि वह और सौरभ हिमाचल घूमने जा रहे हैं। इसके बाद उसने घर को ताला लगा दिया ताकि किसी को शक न हो। इसके बाद साहिल और मुस्कान ने मिलकर एक प्लास्टिक का ड्रम खरीदा। उन्होंने सौरभ के शव के टुकड़े किए और ड्रम में भर दिए फिर इसमें सीमेंट डालकर उसे ठोस कब्र में बदल दिया ताकि किसी को शक न हो।

सौरभ की हत्या के बाद मुस्कान और साहिल मनाली में तीन दिन तक रहे। बताया जा रहा है कि वहां दाेनों में हनीमून मनाया। होटल के कमरे में वह सोशल मीडिया पर तस्वीरें डालती रही, जैसे उसकी जिंदगी में सब कुछ ठीक हो लेकिन उसकी यह खुशी ज्यादा दिन नहीं टिक सकी।

मुस्कान को लगा था कि वह अपनी खौफनाक साजिश को छुपा लेगी, लेकिन एक गलती ने उसे बेनकाब कर दिया। उसने यह पूरा घटनाक्रम अपनी मां को बता दिया शायद उसने सोचा कि मां उसे बचा लेगी, लेकिन मां ने पुलिस को फोन कर दिया। पुलिस ने जब मुस्कान से पूछताछ की, तो पहले वह घबराई, फिर झूठ पर झूठ बोलती गई लेकिन जैसे ही साहिल से पूछताछ की गई, वह टूट गया और उसने पूरी कहानी उगल दी।

जब पुलिस मौके पर पहुंची और कमरे में बंद पड़े ड्रम को खोला, तो दो घंटे की मशक्कत के बाद भी वह नहीं खुल सका। ठोस सीमेंट ने लाश को बुरी तरह से जकड़ लिया था। पुलिस ने ड्रम को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया, जहां उसे काटकर शव को बाहर निकाला गया। जैसे ही यह खबर फैली, पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। मेरठ के एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि सौरभ राजपूत 4 मार्च को मेरठ आए थे,तभी उनकी हत्या कर दी गई। उनकी पत्नी मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल ने मिलकर उन्हें मारा और लाश को ड्रम में छुपा दिया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ हत्या और साजिश रचने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

मुस्कान के परिवार वालों के अनुसार सौरभ की हत्या को लेकर मुस्कान पहले गुमराह करती रही। वह सौरभ की हत्या करने के बाद अपने प्रेमी के साथ टूर पर चली गई थी। 13 दिन बाद वह घर लौटी। मुस्कान की बेटी पीहू बार-बार पापा के पास जाने की जिद कर रही थी। बेटी को पापा के लिए तड़पता देख मुस्कान रोने लगी। मुस्कान को रोते देख मां कविता रस्तोगी ने पूछा तो उसने यह कहते हुए गुमराह करना चाहा कि सौरभ मुझसे तलाक लेना चाहता था, इसलिए उसके परिवार ने उसकी हत्या कर दी है, लेकिन कविता अपनी बेटी के स्वभाव को समझती थी। सच जानने के लिए कविता और प्रमोद रस्तोगी ने मुस्कान को भरोसा दिलाया कि वह उसका हर हाल में साथ देंगे। इस पर मुस्कान टूट गई, उसने बताया कि साहिल के साथ मिलकर उसने सौरभ को मार दिया है। इसके बाद दंपती के पैरों तले से मानो जमीन खिसक गई, वे तभी मुस्कान को लेकर थाने पहुंच गए। पुलिस ने उनकी कहानी सुनकर साहिल को गिरफ्तार कर लिया, उसके बाद सौरभ की हत्या का खुलासा हो गया। पुलिस ने दोनों को  कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

हत्या की यह बेहद क्रूरता अमानवीयता भरी वारदात सभ्य समाज के लिए चिंता जनक है। वहीं  पारिवारिक और सामाजिक मूल्यों के पतन तथा  विवाहेत्तर संबंधों के दुष्परिणाम, दैहिक भोग वासना की स्वछंदता के चलन से पैदा हो रही समस्याओं से वैवाहिक संबंधों में दरार को बयान करती है। जिसका दुष्परिणाम मासूम बच्चों को भी भुगतान पड़ रहा है। इस घटना ने भी  सौरभ की मासूम बच्ची के सिर से उसके पिता का साया छीन लिया और उसकी मॉं भी जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गयी है।  (विनायक फीचर्स)

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