( 1 ) है
भाई-बहन का रिश्ता
सबसे सुंदर पवित्र पावन !
चलें इसे मिल दोनों ही निभाते…,
है जब तक यहाँ पर इनका जीवन !!
( 2 ) हों
भले ही दूर या पास,
सदैव जोड़े चले ये रिश्ता !
दुःख-सुख के हरेक पलों में….,
निभाए चले ये रिश्ते की गरिमा !!
( 3 ) है
भाई-बहन की जोड़ी,
सबसे अनोखी और प्यारी !
प्रारब्ध पुण्य कर्मों के कारण ही….,
चले उतरती ये दिव्य जोड़ी न्यारी !!
( 4 ) है
श्रीप्रभु की असीम कृपाएं,
कि, मिला बहन को अप्रतिम भाई !
चले दोनों एक दूजे पे जान छिड़कते..,
इनसे ही बढ़े खुशियाँ चली आए हर्षाई !!
( 5 ) है
ये रिश्ता अद्भुत अनुपम,
परिवार बनें पूर्ण, दोनों से मिलके !
धन्य है ये शुभम-शुभांगी की जोड़ी….,
जो चले इस दिव्य रिश्ते को समझते !!