हो मंगलमय
हम सबकी होली,
चलें सजाएं, मन रंगोली !!1!!
गले मिलें
प्रेम संग भाई,
ग़ुलाल लगाएं, खेलें होली !!2!!
लेकर चलें
मिष्ठान होली के,
बैठकर करें, गुफ़्तगू हँसते !!3!!
मनोमय रंगीली
आई हर्षाए होली,
प्रेमरंग लगाएं,चलें सरसाए !!4!!
निर्मल यश
फैले मकरंद चहुँओर,
पैगाम यही, होली लाई !!5!!
– सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान