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सशक्त हस्ताक्षर की 33 वीं काव्यगोष्ठी में कविता की निर्झरणी बही

neerajtimes.com जबलपुर- सशक्त हस्ताक्षर की 33 वीं काव्यगोष्ठी श्री जानकी रमण महाविद्यालय में सानंद सम्पन्न हुई । संस्थापक गणेश श्रीवास्तव प्यासा ने सभी अतिथियों, कलम के सिपाहियों का अपने शब्द सुमनों से स्वागत किया । सरस्वती वंदना कुंजीलाल चक्रवर्ती निर्झर ने की।

मुख्य अतिथि कवि मंच संचालक,शिक्षाविद् वरिष्ठ साहित्यकार आशुतोष तिवारी, अध्यक्षता महामहो पाध्याय आचार्य डॉ. हरिशंकर दुबे, विशिष्ट अतिथि युवा कवि विवेक शैलार, वरिष्ठ समाज सेवक चंद्रप्रकाश श्रीवास्तव अ. भा. कायस्थ महासभा जबलपुर, सारस्वत अतिथि राजेश पाठक प्रवीण,मंगल भाव सुरेश मिश्न विचित्र, विजय तिवारी किसलय की गरिमामय उपस्थिति रही । इस मौके पर सशक्त हस्ताक्षर द्वारा आशुतोष तिवारी, विवेक शैलार,चंद्रप्रकाश श्रींवास्तव का शाल,कलमश्री, स्मृति चिन्ह,मान पत्र भेंटकर सम्मानित किया।

गोष्ठी का शुभारम्भ कालीदास ताम्रकार काली ने किया ၊कछारगाँव कटनी से अखिलेश कुमार खरे अखिल, विजय विश्वकर्मा, विजय तिवारी किसलय, ढीमर खेड़ा से पधारे बालमुकुंद लखेरा,जय प्रकाश श्रीवास्तव, संतोष नेमा संतोष,डॉ. मन्तोष भट्टाचार्य, संतोष कुमार मिश्र असाधु, व्यंग्यकार अभिमन्यु जैन ने प्रभावी कविताओं से गोष्ठी को विभूषित किया । डॉ. उदयभानु तिवारी मधुकर ने अपनी रचना से बासंती छटा बिखेर दी। राजसागरी,यू. एस. दुबे,अरूण शुक्ल,मदन श्रीवास्तव, वंदना सोनी विनम्र, विजेन्द्र श्रीवास्तव, प्रकाश सिंह ठाकुर प्रकाश ने सस्वर भगवान श्रीराम एवं राममंदिर पर प्रस्तुती देकर भक्ति का प्रकाश फैला दिया और गोष्ठी को सजाया, संवारा । डॉ. विनोद श्रीवास्तव, यशोवर्धन पाठक, प्रतीक्षा सेठी, अर्चना द्विवेदी गुदालू ने छंदबद्ध पूर्ण गेयता के साथ प्रस्तुती देकर सभी को सम्मोहित कर दिया। तरूणा खरे ने  बुंदेली में सशक्त रचना प्रस्तुत कर खूब तालियाँ बटोरी।आरती श्रीवास्तव, ज्योति प्यासी, पिपरिया(पोषार) से आये आनंद प्रकाश शर्मा, ललित कुमार,वेदप्रकाश व्यास,रमा श्रीवास्तव, संदीप खरे युवराज, आशा मालवीय, सुशील जैन सर्वसुशील, अभय तिवारी ने गोष्ठी को परम ऊँचाईयाँ दी ၊ ज्ञानेश्वर द्विवेदी, रामकुमार वर्मा, सत्यम खरे, योगेन्द्र मालवीय, सहेन्द्र श्रीवास्तव, संतोष श्रीवास्तव ने सहृदय काव्यप्रेमी श्रोता की भूमिका निभायी। संचालन गणेश श्रीवास्तव प्यासा, आभार प्रदर्शन कवि संगम त्रिपाठी ने किया।

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