neerajtimes.com जबलपुर – हम अपनी संस्कृति अपनी धार्मिक आस्था के प्रति बहुत आस्था रखते हैं और इसे स्थापित करने में भाषा का ही सहारा है। भाषा ही संस्कृति और सभ्यता को जन जन तक पहुंचा कर स्थापित करती है।
कवि संगम त्रिपाठी हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने हेतु निरंतर लोगों को जागरूक कर रहे हैं और इस दिशा में दिनांक 30 जनवरी 2025 को मां नर्मदा की पावन धरा के तट पर स्थित संस्कारधानी जबलपुर में हिंदी महाकुंभ का आयोजन कर रहे हैं जिसमें देश व प्रदेश के हिंदी विद्वान कवि कवयित्री व हिंदी प्रेमी भाग ले रहे हैं।
कवि संगम त्रिपाठी ने दिनांक 24.01.2025 को महाकुंभ प्रयागराज में मां गंगा यमुना सरस्वती से हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने हेतु व परिवार सहित समस्त विश्व के कल्याण हेतु प्रार्थना की।