मनोरंजन

रतन टाटा – सुनील गुप्ता

( 1 )” र “, रहेंगे

सदा स्मृतियों में बनें,

हमारे श्री रतन टाटाजी प्रिय !

थे अनमोल भारत के ये सच्चे ‘रतन’ …,

करते रहेंगे राज सबके मन हिय !!

( 2 )” त “, तराशे

इन्होंने कई नायाब हीरे,

दी भारत को अनेकों सौगात यहाँ पे !

और भारत की सतत विकास यात्रा में…,

रतन जी का योगदान रहेगा सदा याद हमें !!

( 3 )” न “, नमन

वंदन करते हैं अभिनंदन,

हम सभी रतन टाटा जी को प्रणाम  !

सदैव बनें रहेंगे ये हमारे प्रेरणा स्रोत…,

और करते हैं इस युग पुरुष को हम सलाम!!

( 4 )” रतन “, रतन

नाम था स्वयं में अप्रतिम,

स्वयं अपने नाम ‘रतन’, को सार्थक किया !

ये प्रणेता बनें भारत की औद्योगिक क्रांति के..,

और जग में भारत का नाम रोशन किया !!

( 5 )” रतन “, रतनजी

थे एक सच्चे कर्मयोगी,

हरेक सुअवसर का भरपूर उपयोग किया !

विरल सरल स्वभाव के धनी थे श्रीरतन टाटा…,

इनके कृतित्व व्यक्तित्व को कोई छू न सका!!

– सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान

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