सिक्के
के दो पहलू,
चलें सच-झूठ का ज्ञान कराए !
चाहें देखें यहाँ हम जो भी पक्ष-पहलू …,
सदैव, सामने यक्ष प्रश्न खड़ा पाएं !! 1 !!
सिक्के
के ही तरह,
हैं जीवन के दो पक्ष-पहलू हमारे !
हैं सुख-दुःख, गम-खुशी, यश-अपयश…,
और यहाँ आशा-निराशा के उजाले-अँधेरे!! 2!!
समझें
यहाँ जानें पहचानें,
जीवन के इन पहलू, चित्-पट को !
और चलें फिर सोच समझकर आगे…,
सदैव, अपनाएं जीवन में उजले पक्ष को !! 3 !!
विचारें
सभी प्रश्नों को,
और चलें ढूंढते सही उत्तर को !
कभी ना करें जल्दबाजी जीवन में….,
और लें तोल-मोलके यहाँ हर निर्णय को !! 4 !!
धरें
ध्यान यहाँ पे सदा,
कि, हेड-टेल चलें सदा आगे और पीछे !
कभी जीवन में हम छूते हैं शिखर ऊँचाई….,
तो, कभी आ गिरें ओंधे मुँह ऊपर से नीचे !! 5 !!
सिक्के
के दो पहलू,
लाएं बदलाव सभी सोच में जरुरी !
रखें जीवन में सदा सकारात्मक पक्ष का ध्यान..,
और साकार करें यहाँ मनोकामनाएं पूरी!! 6 !!
सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान