( 1 )’ अ ‘,अवतार लिया भगवान श्रीपरशुराम ने
त्रेता युग का हुआ आज ही था प्रारम्भ !
धरा पे अवतरित हुई माँ गंगा आज ही ..,
और आखातीज का स्वयंसिद्ध मुहूर्त आज !!
( 2 ) ” क्ष “, क्षय ना हो जिसका यहाँ पे कभी
वह कहलाता है अनंत अक्षय !
चलें आज करें हम दान-दक्षिणा जो भी.,
उसका मिले सदा हमें अखंड पुण्य !!
( 3 )’ य ‘,यह दिन सूर्य चन्द्रमा की उच्चराशिका
जो दिलाए चले सफलता, खिलाए भाग्य !
इस दिन जो भी कार्य का हो शुभारंभ …,
वह हों पूर्ण और हो जीवन का उदय !!
( 4 )” तृतीया “,तृतीया तिथि और है शुक्लपक्ष
है वैशाख मास पावन दिन शुक्रवार !
आज श्रीविष्णुहरि का प्रिय दिन है पावस,
चलें श्रीलक्ष्मी बरसाएं धन-धान्य अपार !!
( 5 )” अक्षय तृतीया “, है अक्षुण्ण फलदायक
सभी के लिए शुभ सौभाग्य का दिवस !
आओ आज करें श्रीमहालक्ष्मी का अनुष्ठान,
और सुनते चलें श्रीभागवतकथा हम पावस !!
-सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान