सहायक निदेशक, डेरी विकास टिहरी गढ़वाल प्रेम लाल ने बताया कि दूध उत्पादक सहकारी संघ लि. टिहरी गढ़वाल में जहां माह जुलाई, 2023 तक 05 दुग्ध मार्गाें पर 54 दुग्ध समितियों के माध्यम से प्रतिदिन 500 ली. दुग्ध उपार्जित हो रहा था, वहां विभागीय प्रयासों से अब 06 दुग्ध मार्गों पर 70 दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के माध्यम से लगभग 1200 ली. प्रतिदिन दुग्ध उपार्जन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इन छः माह में दुग्ध उर्पाजन में लगभग 42 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। दुग्ध संघ के माध्यम से पनीर एवं घी के साथ-साथ अगस्त से दूध से छुरपी का भी उत्पादन किया जा रहा है, जिससे दुग्ध उत्पादकों को समय पर दुग्ध मूल्य भुगतान प्राप्त हो रहा है।
उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा दुग्ध उत्पादक सदस्यों को 6 रूपये प्रति किलोग्राम पशु आहार के साथ ही काम्पैक्ट फीड पर 50 प्रतिशत एवं साईलेज पर 75 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। विभाग द्वारा विभिन्न दुग्ध मार्गाें पर समितियों का गठन एवं पुनर्गठन कर अधिक से अधिक पशुपालकों को दुग्ध समितियों से जोड़कर दुग्ध उपार्जन में वृद्धि हेतु प्रयास किया जा रहा है।