मनोरंजन

पसंद है किताबों की दुनिया – रेखा मित्तल

Neeajtimes.com- सच में, किताबों की दुनिया की बहुत अद्भुत है। इस स्वाद को शायद आईपैड की दुनिया में जीने वाली नई पीढ़ी जानती ही नहीं। मुझे तो जब तक किताबों के सफे नहीं पलटो, आनंद नहीं आता। पढ़ते हुए बुकमार्क लगाना , हाईलाइट करना, पेज नंबर याद रखना यह सब बातें पुस्तकें पढ़ने वाले ही जानते हैं। मेरी भी बुक शेल्फ में पिछले 30- 35 वर्षों की जमा पूंजी एकत्रित है। जिंदगी की भाग-दौड़ में जब भी कुछ सुकून के पल मिलते हैं तो मैं इन किताबों की दुनिया में ही खो जाती हूं । कभी अकेलापन नहीं लगता, इतने अच्छे साथी हैं मेरे। जब भी पुस्तकों के पास जाओ ,ऐसे लगता है कितने दिन हो गए ,इनको सहलाया नहीं ,इनको खोला नहीं! यह भी इंतजार करती है मेरा!!

दिन-प्रतिदिन इनकी संख्या बढ़ती जा रही है, सभी को पढ़ भी नहीं पाई। बहुत खूबसूरत है यह किताबों की दुनिया! !    – रेखा मित्तल, सेक्टर-43, चंडीगढ़

Related posts

मैं मजदूर हूँ, तुम मजदूर हो – हरी राम

newsadmin

कविता – अशोक यादव

newsadmin

ग़ज़ल – ऋतु गुलाटी

newsadmin

Leave a Comment