(1)”ग”, गर्व से बढ़ाए जा
कर्तव्य पथ पे कदम !
गीत ख़ुशी के गाए जा……,
राष्ट्र है सदा प्रथम !!
जय भारती, जय भारती !!!
(2)”ण”, णमो नमन माँ भारती
पावन तुम्हारी आरती !
सिंह पे होकर सवार….,
तुम चलो माँ भारती !!
जय भारती, जय भारती !!!
(3)”त”, तलवार शस्त्र हाथ में
जीत तुम्हारे भाग्य में !
लय चाल ताल संग….,
बढ़ाए जा कदम कदम !!
जय भारती, जय भारती !!!
(4)”न् “, न्यारी तेरी है पहचान
नाम नमक और निशान !
कुर्बान तुझपे जान है….,
तू है देश की शान !!
जय भारती, जय भारती !!!
(5)”त्र “, त्रय रंग से रंगा हुआ
केसरी टीका लगा !
श्वेत सी धारा बहे…..,
हुयी हरित पावन धरा !!
जय भारती, जय भारती !!!
(6)”दि”, दिव्य तेरा भाल है
उत्तुँग हिम ढाल है !
कश्मीर से कन्याकुंवारी….,
हर्षाती तेरी चाल है !!
जय भारती, जय भारती !!!
(7)”व”, वतन की शान तुझसे है
अभिमान राष्ट्रगान पे है !
संविधान है जिसकी पहचान….,
वो भारत देश महान है !!
जय भारती, जय भारती !!!
(8)”स”, सलाम वीर सैनिकों
सतर्क डटे खड़े रहो !
दुश्मनों को मारके…..,
महफूज़ सरहदें रखो !!
जय भारती, जय भारती !!!
(9)”गणतंत्र दिवस”, मना रहे
गीत ख़ुशी के गा रहे !
बढ़ते चले जा रहे……,
“जन मन गण”, गा रहे !!
जय भारती, जय भारती !!!
– सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान