एक संकल्प लेकर चलो बढ़ चलें।
और उन्नति शिखर पर सभी चढ़ चलें
काम ऐसे करें जिनकी’ सानी न हो,
प्रेरणामय कहानी नई गढ़ चलें।
देश का नाम ऊँचा करें हम सदा।
दुक्ख दारिद्र मिल कर हरें हम सदा।
राह में विध्न रोकें न हमको कभी,
झूठ-छल-द्वेष से यदि डरें हम सदा।
काम नूतन सभी मिल करें आज हम।
कर्म से हर दिलों पर करें राज हम।
विश्व गुरु की प्रतिष्ठा सलामत रखें,
देश को अब बनाएँ जगत ताज हम।
– कर्नल प्रवीण त्रिपाठी, नोएडा, उत्तर प्रदेश