Neerajtimes.com देहरादून- सावन शुरू होने के साथ हरिद्वार धर्मनगरी बम-बम भोले के जयकारों में गूंज रही है। हर गली और सड़क पर केसरिया रंग के वस्त्र धारण किए कांवड़िए ही नजर आ रहे हैं। सावन शुरू होने से पहले ही कांवड़ यात्रा की शुरूआत हो चुकी हैं। श्रावण मास की कांवड़ यात्रा अब अपने चरम पर है। कावड़ यात्रा पूरे शबाब पर है। कल सोमवार 25 जुलाई को तक 35 लाख कावड़िए अपने-अपने गंतव्य की ओर रवाना हो चुके हैं। वही इस कांवड़ यात्रा 2022 में भिवभक्तों की आस्था देखते ही बनती है। कोरोना के चलते दो साल तक रुकी कांवड़ यात्रा इस बार पूरे रंग में नजर आ रही है। इस दौरान पैदल मार्ग पर आस्था के कई रंग नजर आ रहे हैं।
हिंदुओं की आस्था की प्रतीक कावड़ यात्रा में देश भर से लाखों की संख्या में शिव भक्त मां गंगा का जल लेने उत्तराखंड के हरिद्वार पहुंच रहे हैं। इस बार कावड़ यात्रा में 4 करोड़ों की संख्या में कांवड़ियों के आने का अनुमान लगाया जा रहा है। ताजा जानकारी के मुताबिक आज रविवार को यह आंकड़ा सवा करोड़ से ऊपर पहुंच जाएगा। यहां कोई कंधे पर कांवड़ उठाकर मंदिर में जलाभिषेक के लिए पहुंच रहे हैं तो कोई शरीर के बल रेंगते हुए मंदिर में पहुंच रहे हैं, तो कोई कलयुग के श्रवण कुमार बनकर अपने माता-पिता को कांवड़ में बैठाकर यात्रा करवा रहे हैं।