कई देशों में मंकी पाक्स के रोगियों की लगातार बढ़ रही संख्या को देखते हुए उत्तर प्रदेश में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह मरीजों के मिलने पर तत्काल उसकी जानकारी दें। प्रत्येक सरकारी मेडिकल कालेज में मंकी पाक्स के रोगियों के लिए 10-10 बेड का वार्ड बनाए जाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दूसरे देशों में मंकी पाक्स के बढ़ रहे मरीजों से सबक लेकर इस बीमारी से बचाव के सभी जरूरी उपाय करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आदेश दिया कि मंकी पाक्स के लक्षण व उससे बचाव के लिए आम लोगों को जागरूक किया जाए। प्रदेश में यह रोग न फैले इसके लिए कड़े इंतजाम किए जाएं।
शासन ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि वह आम लोगों को मंकी पाक्स रोग से बचाव के लिए जागरूक करें। लक्षण वाले लोगों का सैंपल जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलाजी (एनआइवी), पुणे भेजा जाएगा। गाजियाबाद में एक संदिग्ध रोगी का एनआइवी, पुणे भेजा गया है।