मनोरंजनवक्त के साँचे मे – ऋतु गुलाटीnewsadminJuly 25, 2022 by newsadminJuly 25, 20220127 वक्त के साँचे मे ढल कर देख ले, जिंदगी अपनी बदल कर देख ले। सोचते थे संग मिले आपका, प्यार से यारा पहल कर...
मनोरंजनप्रवीण प्रभाती – कर्नल प्रवीण त्रिपाठीnewsadminJuly 25, 2022 by newsadminJuly 25, 20220133 हे गिरिराज कृपा करके मन मैल तिरोहित ही कर देना। दूषित भाव हलाहल के सम दूर कृपानिधि जी धर देना। द्वेष प्रपंच मिटें दिल...
मनोरंजनकविते ! तुम मेरी मधुशाला हो – किरण मिश्राnewsadminJuly 24, 2022 by newsadminJuly 24, 20220111 कुछ भाव भरे उम्मीदों की…., कुछ भूली बिसरी यादों की…, कुछ आधे अधूरे सम्वादों की.. कुछ बिछुड़े से जज्बातों की .., कुछ बोझिल से अहसासों...
मनोरंजनचोट खाए दिल – कल्पना गुप्ताnewsadminJuly 24, 2022 by newsadminJuly 24, 20220129 इस चोट खाए दिल को संभालते आए हैं होगा आगे क्या नहीं बता पाएंगे हम। हर रोज रात के अंधेरे में मिलते नए गम...
मनोरंजनहिंदी की महिमा – कामिनी व्यास रावलnewsadminJuly 24, 2022 by newsadminJuly 24, 20220111 तुम्हें कहें संस्कृत सुता, जन -जन पर है राज | भगिनी को भी ले चले,कितना बढ़िया काज || बैर किसी से है नही, रखती...
मनोरंजन राष्ट्रीयविशाल लोधी होनहार कलमकार : संगम त्रिपाठीnewsadminJuly 24, 2022 by newsadminJuly 24, 20220161 neerajtimes.com जबलपुर – प्रेरणा हिंदी प्रचार सभा के क्षेत्रीय संयोजक विशाल लोधी पथरिया दमोह होनहार कलमकार है, उन्हें नई दिल्ली में प्रसिद्ध कवि शंभू शिखर...
मनोरंजनछंद-(तुकांत अवरोही) – जसवीर सिंह हलधरnewsadminJuly 23, 2022 by newsadminJuly 23, 20220145 राम नाम के पनारे , आज़मा के देख प्यारे , जिंदगी का तत्व राम , राम राम राम हैं । दीखते है आस पास...
मनोरंजनसच है – जया भराडेnewsadminJuly 23, 2022 by newsadminJuly 23, 20220132 कविता मिलती हैं मुझे खेतों में खलिहानों मे जहाँ किसान के पसीने की बूंद बूंद झुलसती है जहाँ कष्टों की दुनिया बसती है। ये बारिश...
मनोरंजनगीतिका — राजू उपाध्यायnewsadminJuly 23, 2022 by newsadminJuly 23, 20220103 खुश रंगों के पल तो थोड़े,,वो कम दे गया। मिला ज़िंदगी की शाम में,पर, दम दे गया। वारुं गीत सभी मैं उसके,प्रेम भरे स्पंदन...
मनोरंजनगजल – रीतू गुलाटीnewsadminJuly 22, 2022 by newsadminJuly 22, 20220129 सूरत तिरी देखी बवाल होने लगा। तेरी कहानी का ज़वाल होने लगा। । किसको पड़ी हालात की अब तो फिकर। बैचेन है ,मन को ...