राष्ट्रीय

आपरेशन सिंदूर का दूसरा चरण, पाकिस्तानी वायु रक्षा प्रणाली ध्वस्त – मनोज कुमार अग्रवाल

neerajtimes.com – पहलगाम हमले के बाद देशवासियों को जिस कार्रवाई का इंतजार था, आखिरकार देश के जांबाज जवानों ने उसको अंजाम दे ही दिया। भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकी हमले की साजिश रचने वाले आतंकवादी समूहों और इसके आका पाकिस्तान पर ऐसा प्रहार किया है, जिसको वह कभी भी भूल नहीं पायेंगे। वहीं आपरेशन सिंदूर के दूसरे दिन समूचा पाकिस्तान धमाकों से दहल उठा है। पाकिस्तान में सीरियल ब्लास्ट हो रहे हैं। पाक के 10 शहरों में 15 से ज्यादा धमाके हुए हैं। लाहौर, कराची, रावलपिंडी, बहावलपुर, गुजरांवाला में ब्लास्ट हुए हैं। पाकिस्तान के उमरकोट में धमाका हुआ। रावलपिंडी में भी धमाके की खबर सामने आयी है। न्यूज चैनलों के अनुसार रावल पिंडी का क्रिकेट स्टेडियम भी तबाह हो गया है। बहावलपुर में भी लगातार दूसरे दिन धमाके हुए हैं पाकिस्तानी सेना ने 9 धमाकों की पुष्टि की है। पाकिस्तान के लाहौर में आर्मी कैंट इलाके में धमाका हुआ है। लाहौर में ड्रोन हमले से भारी नुकसान हुआ है। ड्रोन हमले के बाद आर्मी कैंट इलाके में आग लगी है। लाहौर में नौसेना कैंप पर भी ड्रोन अटैक हुआ है। धमाकों में नौसेना कैंप को भारी नुकसान हुआ है।
रावलपिंडी में पाक एयरफोर्स के बेस पर ड्रोन अटैक हुआ है। एक साथ कई ड्रोन से हमला किया गया है। पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह फेल हो गया है। हमले में एयरफोर्स को भारी नुकसान की खबर सामने आयी है। लाहौर में एक के बाद एक लगातार 3 धमाके हुए है। धमाकों से लाहौर में अफरा-तफरी मच गई है। शहर में दहशत का माहौल बन गया है। भयभीत लोग सड़कों पर आ गए है। लाहौर ओल्ड एयरपोर्ट के पास ये ब्लास्ट हुआ है। वाल्टन रोड, गोपाल नगर में भी धमाके की खबर है। वाल्टन एयरपोर्ट के पास ड्रोन धमाका हुआ है। एक चश्मदीद ने मिसाइल अटैक का दावा किया है। धमाकों के बाद आसमान में धुएं का गुबार दिखा, जिसे देख लोगों में अफरा तफरा मच गई। अभी इन धमाकों की जिम्मेदारी किसी संगठन ने नहीं ली है।
ताज़ा अपडेट के मुताबिक आज भारत ने आपरेशन सिंदूर के दूसरे चरण की शुरुआत कर दी है। भारत के पंद्रह शहरों पर पाकिस्तान ने मिसाइल हमले की कोशिश की जिसे भारत के डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिया। पाकिस्तान के लाहौर में एअर डिफेंस सिस्टम को निष्क्रिय कर दिया।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के ठीक दो हफ्ते बाद ऑपरेशन सिंदूर में भारत की तरफ से दागी गई मिसाइ‌लों ने पाकिस्तान समर्थित नौ आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया है। इनमें जैश ए मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर का बहावलपुर में स्थित सुभान अल्लाह मरकज भी शामिल है। भारत की कड़ी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में खौफ और खलबली मच गयी है। पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों की इमरजेंसी मीटिंग्स हो रही हैं।
दूसरी तरफ ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद हमारे देश में जश्न का माहौल है, क्योंकि देशवासी यही चाहते थे कि आतंकियों पर ऐसा प्रहार हो, जो उनको मरने तक याद रहे। साथ ही उन परिवारों के जख्मों पर मरहम लगा है जिन्होंने पहलगाम हमले में अपनों को खोया है। विशेषकर उन महिलाओं को जिन्होंने अपने पति को खोया है। पहलगाम हमले का मकसद कश्मीर घाटी में दहशत फैलाना था। आतंकियों ने महिलाओं के सामने उनके पतियों के सिर में गोली मारी थी। ये बहुत गहरे जख्म हैं, जिन्हें वो महिलाएं कभी नहीं भुला पाएंगी, जिन्होंने अपना सुहाग इस हमले में खो दिया। ऐसे में जब भारत ने इन आतंकियों को जवाब दिया, तो ऑपरेशन का नाम सिंदूर रखा। ऑपरेशन सिंदूर से बेहतर नाम इस हमले का शायद हो ही नहीं सकता था। यह ऑपरेशन उस सिंदूर का बदला है, जो बैसरन घाटी में सुहागनों के माथे से पोंछ दिया गया और उनकी मांग सूनी कर दी गई थी। इसके अलावा सशस्त्र सेना की दो महिला अधिकारियों के जरिए ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी प्रस्तुत कर यह संदेश दे दिया गया है कि भारतीय सेना किस तरह मजबूत और आत्मनिर्भर है। यह सरकार का पाकिस्तानी अधिकारियों को बहुत बड़ा जवाब है। नारी शक्ति के प्रदर्शन से जहां भारत ने अपने देश की समृद्धि का प्रदर्शन किया है, वहीं पाकिस्तान को यह भी बताया है कि भारत से टक्कर मत लो, क्योंकि यहां हथियार उठाने में सिर्फ मर्द नहीं बल्कि औरतें भी उतनी ही मजबूत हैं। नारी शक्ति के जरिए भारत ने पाकिस्तान को एक तरह से आईना भी दिखाया है कि उनके देश में जहां महिलाएं आज भी बुर्के में कैद हैं, वहीं भारतीय महिलाएं देश का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। सबसे बड़ी बात है कि भारत ने पाकिस्तान के किसी भी सैन्य ठिकाने या आम नागरिकों को निशाना नहीं बनाया है। सेना द्वारा दी गई ब्रीफिंग में यह स्पष्ट कहा गया है कि भारतीय सेना ने सिर्फ और सिर्फ उन अड्डों को निशाना बनाया है, जहां आतंकी थे और जहां कसाब और उसके जैसे अन्य आतंकियों को ट्रेनिंग दी जाती थी। भारतीय सेना ने यह जानकारी दी है कि स्ट्राइक में 100 से अधिक आतंकी मारे गए हैं और उनके ट्रेनिंग कैंप पूरी तरह तबाह हो गए हैं। आतंकी मसूद अजहर के परिवार के 14 लोग मारे गए हैं। सोशल मीडिया में जो वीडियो सामने आ रहे हैं, उसमें यह दिख रहा है कि आतंकियों के जनाजे में पाकिस्तानी सेना के अधिकारी भी शामिल हो रहे हैं। इन वीडियो से यह साफ होता है कि आतंकवाद से पाकिस्तान का कितना करीबी नाता रहा है, भले ही पाकिस्तान इस बात से इनकार करता रहा हो। ऑपरेशन सिंदूर ने भारत को एक तकनीकी रूप से उन्नत और सैन्य रूप से सक्षम राष्ट्र के रूप में प्रस्तुत किया है। वैश्विक समुदाय, विशेष रूप से अमेरिका, रूस और इजरायल ने भारत के मिसाइलों की सटीकता की प्रशंसा की है। ऑपरेशन ने पाकिस्तान की चीन प्रायोजित वायु रक्षा प्रणालियों को भेदकर भारत की तकनीकी श्रेष्ठता को प्रदर्शित किया। यह चीन-पाकिस्तान गठजोड़ के लिए एक चेतावनी थी कि भारत क्षेत्रीय चुनौतियों का सामना करने में सक्षम है। सभी मिसाइलों ने अपने सटीक निशानों को भेदा, जो भारतीय तकनीक और रक्षा प्रणाली के शानदार प्रदर्शन का प्रमाण है। उनत मिसाइलों, स्पाइस-2000, निर्भय, पुख्ता खुफिया जानकारी और तीनों सेनाओं के संयुक्त समन्वय ने नौ आतंकी ठिकानों को 25 मिनट में नष्ट कर दिया। इस सफलता ने भारत की स्वदेशी रक्षा प्रौद्योगिकी, आत्मनिर्भरता और वैश्विक मंच पर सैन्य क्षमता को प्रदर्शित किया। देखा जाए तो भारत ने पहलगाम हमले के बाद से ही उचित और कल्पना से परे जवाब देने की ठान रखी थी। लेकिन, दुनिया फिर भी ‘संयम बरतने’ वाला कूटनीतिक ज्ञान देने से पीछे नहीं हट रही थी। लेकिन सेना को खुली छूट मिलने के बाद सेना ने ऐसे ऑपरेशन को अंजाम दिया है, जिसको देखकर पूरी दुनिया आश्चर्यचकित है। बहादुर भारतीय सैनिकों ने एक ही साथ नौ स्थानों पर 21 आतंकी ठिकानों को तबाह कर डाला है। इससे पूरा देश संतुष्ट है, उत्साह में है, या यूं कहें कि राष्ट्र गौरव से भर उठा है। वास्तव में आज भारतीय सेनाओं की आतंकवाद के विरोध में की गई यह संयुक्त कार्रवाई प्रत्येक भारत वासियों को आत्म गौरव से भर रही है। वैसे भी पराक्रम का स्वभाव ही है कि यह उत्साह से भर देता है। इसके साथ ही भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर सर्जिकल स्ट्राइक’ पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी प्रतिक्रिया दी है। इससे पहले रूस का भारत को समर्थन देना हो या यूरोपियन देशों समेत कई मुस्लिम देशों से प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष भारत को साथ मिलना हो, यह सभी कदम पूरी तरह से भारत के पक्ष में जाते हैं। दूसरी ओर पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने पुष्टि की है, कि भारत ने मुजफ्फराबाद, कोटली और बहावलपुर में हमले किए हैं। जब एक दिन पहले यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल (यूएनएससी) में पाकिस्तान से पूछा जा रहा था कि क्या पहलगाम अटैक में लश्कर-ए-तैयबा शामिल था ? तब इस प्रश्न का कोई जवाब पाकिस्तान नहीं दे पाया था। दूसरे ही दिन भारत ने इसका उत्तर आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइलें दाग कर दे दिया। यदि अब भी पाकिस्तान इस्लाम के नाम पर जिहाद और आतंकवाद को भारत के विरोध में इस्तेमाल करता है, तो भारत की कार्रवाई से आप यही मान सकते हैं कि आगे भारत आतंक के विरोध में बहुत बड़ा कदम उठाएगा। भारत ने बता दिया है कि अब यह नया भारत है, तो आतंकियों और आतंकवाद को अपने ही बलबूते समूल नष्ट करने की सामर्थ्य रखता है।
बहरहाल तमाम हालात पाकिस्तान के खिलाफ बन चुके हैं ऐसे में यदि वह अपनी इज्जत बचाने के लिए अफरा-तफरी के माहौल में किसी तरह की हिमाकत करता है तो भारत हर स्थिति से निबटने के तैयार है। (विनायक फीचर्स)

Related posts

भगवंत मान का बड़ा ऐलान- पंजाब में WhatsApp से दर्ज करा सकेंगे भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत

admin

19 वर्षीय ऋत्विक संजीवी ने बैडमिंटन पुरुष एकल टूर्नामेंट में गोल्ड जीतकर रचा इतिहास

newsadmin

राजस्थान शिक्षक संघ ने शिक्षा मंत्री को भेजा ज्ञापन

newsadmin

Leave a Comment