मनोरंजन

कब गीता ने ये कहा – प्रियंका सौरभ

जातिवाद और धर्म का, ये कैसा है दौर ।

जय भारत,जय हिन्द में, गूँज रहा कुछ और ।।

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कब गीता ने ये कहा, बोली कहाँ कुरान ।

करो धर्म के नाम पर, धरती लहूलुहान ।।

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गैया हिन्दू हो गई, औ’ बकरा इस्लाम ।

पशुओं के भी हो गए, जाति-धर्म से नाम ।।

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जात-धर्म की फूट कर, बदल दिया परिवेश ।

नेता जी सब दोगले, बेचें, खायें देश ।।

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भक्ति ईश की है यही, और यही है धर्म ।

स्थान,जरूरत, काल के, करो अनुरूप कर्म ।।

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सब पाखंडी हो गए, जनता, राजा, संत ।

सौरभ रोये दखकर, धर्म-कर्म का अंत ।।

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पुण्य-धर्म को छोड़कर, करने लगे गुनाह ।

‘सौरभ’ लगे कठिन मुझे, है आगे की राह ।।

-प्रियंका सौरभ , उब्बा भवन, आर्यनगर, हिसार

(हरियाणा) -127045 (मो.) 7015375570 (वार्ता+वाट्स एप)

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