वेदों में गाय की महिमा बताई गई है,
गाय भक्ति कर्म योग मुक्ति की प्रदाता है,
दिव्य ज्ञान गाय माता से मिल जाता है,
गाय स्वयं प्रकृति और विधाता है।
गाय स्वास गाय तत्व गाय प्राण चित्त है,
चार वेद अंग षड दर्शन देने वाली है,
वेद का विधान गाय में समाया है,
जीवन को बचाने वाली गाय को बचाइए।
गौ माता सारी सृष्टि का आधार है,
पांच तत्व शक्तिमय सार गौ माता है,
धन देने वाली और रोग हरने वाली गाय है,
पोषण कराने वाली गाय को बचाओ।
– कालिका प्रसाद सेमवाल
मानस सदन अपर बाजार
रूद्रप्रयाग उत्तराखण्ड