मनोरंजन

2 अक्तूबर- डा० क्षमा कौशिक

2 अक्तूबर को जन्में भारत माता के दो-दो लाल,

शास्त्री जी गांधी जी भारतमाता के दो सच्चे लाल।

२अक्तूबर के लालों की मैं कथा सुनाने आई हूं

आज तुम्हें भारत का गौरव गीत सुनाने आई हूं।

 

नमक सत्याग्रह चलाकर जिसने डांडी मार्च किया,

देख गरीबी भारत की जिसने वस्त्रों को त्याग किया,

देश को खादी पहनाई,महंगे वस्त्रों को जलादिया,

सत्य अहिंसा के बल पर शत्रु का माथा झुका दिया।

दुबले पतले गांधी की शक्ति दिखलाने आई हूं,

आज तुम्हे भारत का गौरव गीत सुनाने आई हूं।

 

लाल बहादुर भारतमाता का एक लाल निराला था,

“जय जवान जय किसान” नारा जिसने लगवाया था,

रेल दुर्घटना से आहत हो, निज पद जिसने त्याग किया,

देख भुखमरी भारत की जिसने व्रत का आधार लिया,

निज वेतन ठुकरा कर जिसने अदभुत मानक पेश किया

उस मृदुभाषी संन्यासी की कथा सुनाने आई हूं,

आज तुम्हे भारत का गौरव गीत सुनाने आई हूं।

– डा० क्षमा कौशिक, देहरादून , उत्तराखंड

Related posts

तुम बिन – सत्या पाण्डेय

newsadmin

पहला हर्फ़ – ज्योत्स्ना जोशी

newsadmin

पूर्णिका – मणि बेन द्विवेदी

newsadmin

Leave a Comment