मनोरंजन

घायल रो रहा किसान – हरी राम यादव

बेमौसम की बरसात से,

घायल रो रहा किसान।

ऊपर से ओला की मार ने,

दुगुना किया लुहूलुहान।

 

दुगुना किया लुहूलुहान,

सारी फसल हुई चौपट।

पकी हुई सरसों की खेती से,

दूर हुई घर की चौखट ।

 

खेत टमाटर के रंग गये,

गिरी खेत में मटर नटखट।

गेहूं की तो कमर टूट गई

खेत बन गये हैं पनघट।।

– हरी राम यादव, अयोध्या, उत्तर प्रदेश

Related posts

हिंदी ग़ज़ल – जसवीर सिंह हलधर

newsadmin

काव्य महोत्सव में काव्य पाठ करेंगे 300 कलमकार – विवेक बादल बाजपुरी

newsadmin

नव संवत्सर – सुनील गुप्ता

newsadmin

Leave a Comment