राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत 19 सितंबर को द्वापर युग आधारित काफी टेबल बुक “कनेक्टिंग विद द महाभारत’ का विमोचन करेंगे। तकरीबन 300 पेज की इस पुस्तक के जरिए महाभारत काल के इतिहास, भौगोलिक स्थिति, पुरातत्व, संस्कृति व कला पर विस्तार से प्रकाश डाला गया है। यह विमोचन कार्यक्रम इंडिया इंटरनेशनल सेंटर (आइआइसी) में होगा, जिसमें संघ, भाजपा व केंद्र सरकार के कई मंत्रियों की भी मौजूदगी रहेगी।
इस पुस्तक की लेखक नीरा मिश्रा ने कहा कि यह ऐतिहासिक साक्ष्यों व स्थानों के माध्यम से उन विचारों को करारा जवाब देती है जो महाभारत काल को “काल्पनिक’ बताकर उसकी उपेक्षा करते आ रहे हैं। साथ ही यह पश्चिम के देशों द्वारा रची गई इस धारणा को तोड़ने में सहयोग करेगा, जो कहता है कि महाभारत एक धार्मिक पुस्तक है। इसी तरह उसे भी, जिसमें यह कहा जाता है कि यह एक “युद्ध’ की पुस्तक है, जबकि यह भारतीय सभ्यता के विकास के महत्वपूर्ण व वैभवकालीन द्वापर युग की पूरी तथ्यात्मक जानकारी देता है। उन्होंने कहा कि महाभारत में एक लाख श्लोक हैं, जिसमें से महज 10 प्रतिशत ही कुरूक्षेत्र के युद्ध पर आधारित हैं।