Neerajtimes.com,हरिद्वार । जिला योजना संरचना की बैठक में महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त हुये हैं, जितने सुझाव प्राप्त हुये हैं, उन्हें अमलीजामा पहनाया जायेगा,जिसके लिये आप सभी का अमूल्य सहयोग चाहिये। उक्त बात प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और हरिद्वार जिले के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज ने गुरुवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिला योजना संरचना 2022-23 की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। बैठक में अनुमोदन हेतु प्रस्तावित जिला योजना संरचना वर्ष 2022-23 के सम्बन्ध में विस्तृत विचार-विमर्श हुआ, जिसमें सामान्य मद हेतु 3888.00 लाख रूपये, अनुसूचित जाति हेतु 1030.00 लाख रूपये एवं अनुसूचित जनजाति हेतु 24.00 लाख रूपये प्रस्तावित करते हुये कुल 4942.00 लाख रूपये की धनराशि अनुमोदित की गयी। बैठक में हरिद्वार सांसद डॉ0 रमेश पोखरियाल निशंक, राज्य सभा सदस्य नरेश बंसल, डॉ0 कल्पना सैनी, रूड़की विधायक प्रदीप बत्रा, लक्सर विधायक मोहम्मद शहजाद, रानीपुर विधायक आदेश चौहान, हरिद्वार ग्रामीण विधायक सुश्री अनुपमा रावत, मंगलौर विधायक शरबत करीम अंसारी, ज्वालापुर विधायक रवि बहादुर, भगवानपुर विधायक सुश्री ममता राकेश, झबरेड़ा विधायक वीरेन्द्र जाती, पिरान कलियर विधायक फुरकान अहमद, खानपुर विधायक उमेश कुमार ने अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों/विधान सभा क्षेत्रों में विभिन्न विभागों द्वारा कराये जा रहे कार्यों के सम्बन्ध में चर्चा करते हुये विस्तृत विचार-विमर्श किया।
अधिकांश सभी विधायकों ने पेयजल की समस्या की ओर जनपद प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज का ध्यान आकृष्ट करते हुये बताया कि जब से जल जीवन मिशन के अन्तर्गत हर घर नल से जल पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है, तब से हैण्डपम्पों की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस पर जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने बताया कि हैण्डपम्पों के लिये 70 लाख रूपये की धनराशि की व्यवस्था बजट में की गयी है, जिस पर टिप्पणी करते विधायकों ने कहा कि यह धनराशि काफी कम है। जनपद प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज ने सभी पक्षों को सुनने के पश्चात बताया कि हैण्डपम्पों के लिये धनराशि को बढ़ाया जायेगा। विधायकों ने अपने अपने क्षेत्रों में मुख्य सड़कों पर प्रकाश की व्यवस्था करने, शौचालयों का निर्माण, घरों की छतों के ऊपर से बिजली के तारों को हटाये जाने, पानी के ओवर हैड टैंक ठीक कराया जाने, नहर की मरम्मत, सोलर लाइट लगाये जाने, बाल वाटिका में पंखे लगाये जाने, नियमित बिजली उपलब्ध कराने तथा रसायनयुक्त पानी आने का मामला बैठक में रखा।