हे माँ हमें अज्ञानता से तार दो,,
तेरे द्वार पर आकर माँ खड़ा हूं!
तेरे चरणों में आज पड़ा हुआ हूं,
माँ हमें ज्ञान का उपहार दे दो !
जन -जन को प्रकाश दे माँ,
मां महागौरी हमें भक्ति देना।
मां तुमसे हमारी यही पुकार है,
जीवन से मां दूर करो अंधकार!
मां मनुजता को इस धरा पर,
चिर संबल आधार दे दो !
मां निर्भय को बल देती हो,
कृपा सुधा तुम बरसाती हो।
रुप अलौकिक मातु तुम्हारा,
भक्तों को मां अति भाती हो!
जगत कल्याणी तुम हो माते,
हम सब शीश नवाते है!
श्रद्धा भक्ति से पूजन करते हम,
सब पर स्नेह बरसाओ मां।
हे दयामयि माँ महागौरी,
तू हमें निज प्यार दे माँ!
तिमिर का तू नाश करती,
ज्ञान का दीपक जलाकर!
मातेश्वरी हमें पुण्य पथ प्रशस्त करना,
माँ तेरे दर पर भक्तों का मेला लगा रहे।
– कालिका प्रसाद सेमवाल
मानस सदन अपर बाजार
रुद्रप्रयाग उत्तराखण्ड