मनोरंजन

प्रवीण प्रभाती – कर्नल प्रवीण त्रिपाठी

धरती का दोहन करे, जग का सभ्य समाज।

नित्य कराहे अब धरा, फिर भी करें न लाज।।

 

चलो  बनाएं  मिल सभी, धरती  स्वर्ग  समान।

स्वस्थ्य प्रगति चहुँ दिशि करे, रचें नया विज्ञान।।

 

सर्व  प्रदूषण  दूर  हो, खुल  कर  लेवें  सांस।

स्वच्छ जगत फिर से बने, रहे न मन में फांस।।

– कर्नल प्रवीण त्रिपाठी, नोएडा/उन्नाव, उत्तर प्रदेश

Related posts

वक्त – जया भराड़े, बड़ोदकर

newsadmin

छंद पकैया – जसवीर सिंह हलधर

newsadmin

उसे पा लूँ – स्वर्ण लता, कोई भाता नहीं है – स्वर्णलता

newsadmin

Leave a Comment