मनोरंजनहिंदी ग़ज़ल – जसवीर सिंह हलधरnewsadminSeptember 25, 2022 by newsadminSeptember 25, 20220132 आकाश झिलमिला गई ये रेत की नदी । माहौल खिलखिला गई ये रेत की नदी । फौलाद को गला दिया ठंडे कढ़ाव में, कर...
मनोरंजनगजल – ऋतु गुलाटीnewsadminSeptember 25, 2022 by newsadminSeptember 25, 20220136 तुम्हारा जो सहारा मिल गया है। विरह से दिल हमारा भी जला है मिली है जिंदगी भी मुश्किलों से। अरे यारो,सुनो क्या माजरा है।...
मनोरंजनहाथ थामो मगर – भूपेन्द्र राघवnewsadminSeptember 25, 2022 by newsadminSeptember 25, 20220108 हाथ थामो मगर उससे पहले सनम…. छोड़ देना वो सपने, रुपहले सनम… राह काँटों की मेरे मुकद्दर लिखी जिंदगी हर कदम बद से बद्तर लिखी...
मनोरंजनकॉमेडियन राजू भैया – डा० नीलिमा मिश्राnewsadminSeptember 25, 2022 by newsadminSeptember 25, 20220109 राजू भैया की कॉमेडी,याद करें हम नमन करें। शब्दों की माला अर्पित हो,भाव सुमन का चयन करें ।। तीर चलाते थे व्यंग्यों के, अनुपम...
मनोरंजनउल्लाला छंद – मधु शुक्लाnewsadminSeptember 24, 2022 by newsadminSeptember 24, 20220126 रैन दिवस लेखन चले, वृक्ष भावना का फले। स्वाभिमान निखरे अगर, हिंदी का दीपक जले। आशाओं की चाँदनी, माँगा करती हौंसले। हारे...
मनोरंजनहिन्दी भाषा की गौरव गाथा है – कालिका प्रसादnewsadminSeptember 24, 2022 by newsadminSeptember 24, 20220131 हिन्दी धवल हिमालय जैसी, हिन्दी गंगा जल की सागर । हिन्दी है कलरव पक्षी की, हिन्दी है सौभाग्य की बिन्दी। हिन्दी अपनी संस्कृति में लिपटी,...
मनोरंजनहिंदी दिवस – ममता सिंहnewsadminSeptember 24, 2022 by newsadminSeptember 24, 20220103 चौदह सिसंबर को हिंदी दिवस अवश्य मनाएं, एक एक शुभकांमना को दो दो बार दोहराएं, साल भर में मिले इस मौके को न गवाएं। ...
मनोरंजनक्या होता है पिता – गुरुदीन वर्माnewsadminSeptember 23, 2022 by newsadminSeptember 23, 20220149 क्या होता है पिता, यह अहसास होता है तब। बनता है जब कोई पिता, अनाथ कोई होता है जब ।। क्या होता है पिता——————।। रहकर...
मनोरंजनये लो माटी तिलक करो – अनुराधा प्रियदर्शिनीnewsadminSeptember 23, 2022 by newsadminSeptember 23, 20220121 आओ बच्चों तुमको दिखलाऊं झलक अपने भारत देश की, ये लो माटी तिलक करो यह माटी है अपने भारत देश की। , ये लो माटी...
मनोरंजनगीत – जसवीर सिंह हलधरnewsadminSeptember 23, 2022 by newsadminSeptember 23, 20220125 मन में रावण बैठा है यदि, बोलो कैसे राम मिलेगा । साधन ही दूषित होंगे तो, दूषित ही परिणाम मिलेगा ।। साधन ही आधार...