मनोरंजनकर्मवीर – समीर राठौड़newsadminOctober 22, 2022 by newsadminOctober 22, 20220317 बहुत हुआ दुर्गम पथ छोड़ो, अब जगो युवा पग-बेड़ी तोड़ो, कर्मवीर बन नए मंज़िल पाना, पीछे मुड़कर क्या घबड़ाना। अतीत भूल अब जाग-जाग, पुस्तकों...
मनोरंजनकरना धनवर्षा उस घर धनतेरस – गुरुदीन वर्मा.newsadminOctober 22, 2022 by newsadminOctober 22, 20220142 करना धनवर्षा उस घर तू भगवान। जिस घर में हो मुफलिस इंसान।। करना आबाद उनको भी धन से। जिस घर में हो यतीम इंसान।। करना...
मनोरंजनमैं – सुनीता मिश्राnewsadminOctober 22, 2022 by newsadminOctober 22, 20220342 एक एहसास एक कसक इक दर्द एक दवा एक नशा इक दुआ एक नगमा एक धुन एक नीरव खामोशी। एक कोलाहल धडकनो मे सोच मे...
मनोरंजनपाऊंगा प्रभु से आशीर्वाद – मुकेश मोदीnewsadminOctober 18, 2022 by newsadminOctober 18, 20220416 खुद से मिलने के लिए, थोड़ा तो वक्त उधार लो, खोट कोई मिल जाए, तो उसको तुम सुधार लो। खुद से यही पूछो, कमजोर...
मनोरंजननहीं सुरक्षित बेटियां आज – ममता जोशीnewsadminOctober 18, 2022 by newsadminOctober 18, 20220336 देवों की इस देवभूमि में, नहीं सुरक्षित बेटी आज। हैवानों की हैवानियत को, देख के रो रहा हिंदुस्तान। पापा को था जिस पर नाज लड़की...
मनोरंजनगजल – प्रियदर्शिनी पुष्पाnewsadminOctober 17, 2022 by newsadminOctober 17, 20220159 एक अहसास अजनबी दिल में. फिर लगी प्रीत की झड़ी दिल में। यूँ बिखरती रही सभी यादें, टीस गहरी अभी सजी दिल में। ...
मनोरंजनभोजपुरी गजल – श्याम कुंवर भारतीnewsadminOctober 17, 2022 by newsadminOctober 17, 20220359 दिल के बदले यार ना मिलल । थक गईली फूल प्यार ना खीलल। मुस्कान पर तोहरे मर गइली हम। लूट गइली पर यार ना...
मनोरंजनशिक्षक – मधु शुक्ला,newsadminOctober 17, 2022 by newsadminOctober 17, 20220142 कभी शिक्षक पढ़ाई निज सदन में ही कराते थे, उन्हें था प्रेम आदर से नहीं धन वे कमाते थे। पिता सम ध्यान शिष्यों का...
मनोरंजनईश्वर की प्रार्थना – कालिका प्रसादnewsadminOctober 16, 2022 by newsadminOctober 16, 20220146 प्रार्थना भक्ति गीत है, अर्चन है, वन्दन है, हृदय की पुकार है, ईश्वर का गुणगान करना है। अपार आनंद का मार्ग है, सबकी की...
मनोरंजनबेकसी के रंग में – अनिरुद्ध कुमारnewsadminOctober 16, 2022 by newsadminOctober 16, 20220145 जिंदगी भी हार बैठी, जिंदगी के जंगमें। कौन पूछे हो रहा क्या, आदमी के संगमें। देख आया दौर कैसा, फायदा हीं कायदा तौर दुनिया...