मनोरंजननमन तिरंगे को – पूनम शर्माnewsadminAugust 15, 2022 by newsadminAugust 15, 20220120 नमन तिरंगे को करके वीरों को शीश नवाती हूं, हर शहीदों के सम्मुख में नतमस्तक हो जाती हूं। प्राण गवा कर जिसने भारत को गौरव...
मनोरंजनगीत – डा० नीलिमा मिश्राnewsadminAugust 14, 2022 by newsadminAugust 14, 20220166 घर-घर झंडा फहराना है,जन-गण-मन का करके गान। हमें तिरंगा प्यारा अपना,हमको प्यारा हिंदुस्तान ।। आन तिरंगा शान तिरंगा, स्वतंत्रता की है पहचान । आसमान...
मनोरंजनभारत के लोग – रश्मि शाक्यnewsadminAugust 14, 2022 by newsadminAugust 14, 20220108 विश्व बोध के उन्नायक हैं हम भारत के लोग। जन-गण भी हैं अधिनायक हैं हम भारत के लोग।। जगा हुआ है संप्रभुता में संस्कृति...
मनोरंजनशत शत नमन – गुरुदीन वर्माnewsadminAugust 14, 2022 by newsadminAugust 14, 20220114 शत शत नमन उन सपूतों को,आजाद हुआ जिनसे भारत। जिनके त्याग- बलिदान से, सुरक्षित है अपना यह भारत।। शत शत नमन उन———————।। मुस्कराते हुए इन...
मनोरंजनलहराये तिरंगा – जसप्रीत कौर फ़लकnewsadminAugust 14, 2022 by newsadminAugust 14, 20220107 हर घर पे लहराये तिरंगा देश की शान बढाये तिरंगा ।। वीरों की क़ुर्बानी की गाथा हमें सुनाये तिरंगा ।। एक बनो और ...
मनोरंजनआकाश सा भारत – रश्मि सिन्हाnewsadminAugust 14, 2022 by newsadminAugust 14, 20220104 भारत विश्व का आकाश है , जमीन है जहान की सारी दुनिया , ये महानता का बढ़ता आकार है । सुर नर मुनि की...
मनोरंजनजन्म – विनोद शर्माnewsadminAugust 13, 2022 by newsadminAugust 13, 2022097 तुम बिन जिंदगी अब मैंने, बस ऐसे ही गुज़ारी थी, तुम मिली थी लगता था ज़िन्दगी बहुत प्यारी थी..! पूरी हुई थी ख़्वाहिश मगर,...
मनोरंजनगीत – जसवीर सिंह हलधरnewsadminAugust 13, 2022 by newsadminAugust 13, 20220134 गाँव गली की धूल फांककर बड़ा हुआ है । तुफानो के शूल झेलकर खड़ा हुआ है ।। तपते शोलों की लपटों के बीच पला...
मनोरंजनरे आज़ादी – रश्मि शाक्यnewsadminAugust 13, 2022 by newsadminAugust 13, 20220126 राह तुम्हारी देख आंख पथराई, रे आज़ादी ! पर तुम कभी नहीं मेरे घर आई, रे आज़ादी ! जाने कितने अरमानों की हमने चिता...
मनोरंजनग़ज़ल – विनोद निराशnewsadminAugust 12, 2022 by newsadminAugust 12, 20220160 वो दिल को मेरे जलाते रहे, सब्र को मेरे आजमाते रहे। फकत हम ही तो रहे प्यासे, सबको आँखों से पिलाते रहे। दावा-ए-उल्फत...