भारत देश महान का, संविधान में जान।
हर कोई पालन करें, सबके दिल में मान।।
देश चलाने के लिए, लिखित है संविधान।
कोई मनमानी करें, रोके उसे विधान।।
संविधान सबके लिए, भेदभाव से दूर।
जनता का अधिकार ये, कोई ना मजबूर।।
मूलमंत्र इसमें लिखा, कहते इसे विधान।
अमन-चैन सबके लिए, जनगण दे सम्मान।।
– अनिरुद्ध कुमार सिंह, धनबाद, झारखंड