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सरस्वती वंदना – प्रियंका सौरभ

माँ वीणा वादिनी मधुर स्वर दो,

हर जिह्वा वैभवयुक्त कर दो ।

मन सारे स्नेहमय हो जाए,

ऐसे गुणों का अमृत भर दो ।।

 

माँ वीणा की झंकार भर दो,

जीवन में नवल संचार कर दो ।

हर डाली खुशबुमय हो जाए,

ऐसे सब गुलजार कर दो ।।

 

अंतस तम को दूर कर दो,

अंधकार को नूर कर दो ।

मन से मन का हो मिलन,

भेद सारे चूर कर दो ।।

 

गान कर माँ रागिनी का,

भान कर माँ वादिनी का ।

पूरी हो सब कामनाएं,

दो सुर माँ रागिनी का ।।

-प्रियंका सौरभ, उब्बा भवन,

आर्यनगर, हिसार (हरियाणा)

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