मनोरंजन

गीत – जसवीर सिंह हलधर

तीन रंग की राखी लेकर ,बहन आज घर आई है ।

उसके प्रेम पगे धागों से, शोभित आज कलाई है ।।

 

महक रहा है मौसम घर का ,चहक रहा कोना कोना  ।

उसको चाह सुरक्षा की है चाह नहीं चांदी सोना ।

बहुत दिनों के बाद नीड़ पर ,चिड़िया दी दिखलाई है । ।

तीन रंग की राखी लेकर बहन आज घर आई है ।।1

 

निर्भया और मोमिता की मौतों से दिल घबराया है ।

ख़ुद की रक्षा करने का , उसने संकल्प सुनाया है ।

मुझको देश धर्म की रक्षा , की सौगंध खिलाई है ।।

तीन रंग की राखी लेकर बहन आज घर आई है ।।2

 

खोए खोए बैठे हम दोनों बचपन की यादों में ।

पहले जैसा प्यार नहीं है नवयुग की औलादों में ।

बात बात पर कहती है वो, शायर मेरा भाई है ।।

तीन रंग की राखी लेकर बहन आज घर आई है ।।3

 

देश हमारा करे तरक्की विश्व गुरु बनकर छाए ।

केतु तिरंगा सजे दिलों में ,हर घर पर ये लहराए ।

रक्षा बंधन पर “हलधर” भी देता आज बधाई है ।।

तीन रंग की राखी लेकर बहन आज घर आई है ।।4

– जसवीर सिंह हलधर, देहरादून

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