आओ
बच्चों तुम्हें सुनाऊँ
परियों की एक कहानी !
आती थी घर के बगीचे में…..,
नित रात को परियों की रानी !!1!!
देखो
जानों और समझो
प्यारे नन्हें बच्चों मेरे !
रानी थी बहुत ही सुंदर….,
थे उसके गाल कोमल, बाल सुनहरे !!2!!
बूझो
ना तुम पहेली
थी वो सबकी प्यारी सहेली !
खेल-खेल में हो जाए गायब….,
भोर से पहले ही दूर जाए चली !!3!!
लाए
वह सुंदर सौगातें
चले उपहार भेंट बाँटते !
मिल बहुत अच्छा लगता सबको….,
और करे ना दिल कि जाए वह छोड़के!!4!!
सुनों
बच्चों सो जाओ
आज रात वह आएगी !
और सच में सुबह जब तुम जागोगे….,
पाकर उपहार किस्मत तुम्हारी मुस्कुराएगी!!5!!
सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान