भ्रष्टाचारियों को लेकर संग में,
करें भ्रष्टाचार से लड़ने की बात।
गले में पहना के उनके माला,
जोड़े उनका गठबंधन में नात।
जोड़े उनका गठबंधन में नात,
तात यह कौन सी नयी रीति है।
भ्रष्टाचार के ही विरुद्ध यह ,
भ्रष्टाचार की बड़ी जीत है।
भ्रष्टाचारियों को परे ढ़केल,
जो ठोंकेंगा चुनाव में ताल ।
जनता होगी सब उसके साथ ,
इसने जीना कर रखा मुहाल।।
कथनी करनी को भिन्न कर,
प्यारे बनता है न कोई काम।
लड़ना है यदि भ्रष्टाचार से,
छोड़िए अपने पराए का दाम।
छोड़िए अपने पराए का दाम,
काम ग़लत सबके हों एक जैसे।
कसिए नकेल सबकी एक सी,
भ्रष्टाचार रहेगा देश में कैसे?
अनुनय विनय निवेदन सबसे,
करें न भ्रष्टों का महिमा मंडन।
वोटों की राजनीति के चक्कर में,
सभ्य समाज का न करें विखंडन।।
– हरी राम यादव, बनघुसरा, अयोध्या, उत्तर प्रदेश