मनोरंजन

मां स्कंद माता (दुर्गा का पंचम स्वरूप) – डा०क्षमा कौशिक

सतेज काम्य भाविनी , दिव्य चक्र धारिणी

स्कंद माता शिवप्रिया, भवानी को

प्रणाम है ।

नानाभरण भूषिता, शुभ्र वस्त्र शोभिता

प्रजापति प्रजायिनी शिवानी को

प्रणाम है ।

पद्म आसने स्थिता, कमल युग्म धारिणी

सहस्र सूर्य समप्रभा भवानी को

प्रणाम है ।

अज्ञान तम विदारिणी दिव्य तेज धारिणी

मृगेंद्र वाहनी स्कंद माता को

प्रणाम है ।

करुणामयी, दयामयी शुभम् सदा सुहासिनी

सिद्धिदायिनी स्कंद माता को

प्रणाम है ।

दुष्ट दल विनाशिनी भक्त भय भव तारिणी

मोक्ष दायिनी स्कंद माता को

प्रणाम है ।

– डा०क्षमा कौशिक, देहरादून , उत्तराखंड

Related posts

ग़ज़ल – ऋतु गुलाटी

newsadmin

आत्ममंथन करना होगा (आलेख) – सुधीर श्रीवास्तव

newsadmin

नवरात्र (द्वितीय दिवस) – क्षमा कौशिक

newsadmin

Leave a Comment