सतेज काम्य भाविनी , दिव्य चक्र धारिणी
स्कंद माता शिवप्रिया, भवानी को
प्रणाम है ।
नानाभरण भूषिता, शुभ्र वस्त्र शोभिता
प्रजापति प्रजायिनी शिवानी को
प्रणाम है ।
पद्म आसने स्थिता, कमल युग्म धारिणी
सहस्र सूर्य समप्रभा भवानी को
प्रणाम है ।
अज्ञान तम विदारिणी दिव्य तेज धारिणी
मृगेंद्र वाहनी स्कंद माता को
प्रणाम है ।
करुणामयी, दयामयी शुभम् सदा सुहासिनी
सिद्धिदायिनी स्कंद माता को
प्रणाम है ।
दुष्ट दल विनाशिनी भक्त भय भव तारिणी
मोक्ष दायिनी स्कंद माता को
प्रणाम है ।
– डा०क्षमा कौशिक, देहरादून , उत्तराखंड