मनोरंजन

जनवरी – सुनील गुप्ता

(1) ” ज “, जन मन के राम

जय सियाराम

सबको करते राम-राम  !

मन में बसे, तन में हर्षाए…..,

प्रभु रघुराई जय श्रीराम !!

(2) ” न “, नमन वंदन

है अभिनन्दन

अवधबिहारी श्रीरघुनंदन  !

करते रमण हो तन मन में हमारे…,

आप ही हो हमारे प्रिय मधुसूदन  !!

(3) ” व “, वरप्रद जितेंद्रीय

शबरीप्रिय अहल्यापावन

सदा हनुमदाश्रय  !

हो आप ही परम आनंददाता….,

बनें आप ही आसरे हमारे रामाश्रय  !!

(4) ” री “, रीता तन मन

बिनु आपके

अब जाकर हुए श्रीदर्शन  !

साकेतनगरी बरस रहीं हैं कृपाएं……,

आ मिलें यहाँ सुख आनंद प्रेमसघन  !!

(5) ” जनवरी “, जनवरी आयी

बरसें खुशियाँ

राममयी अयोध्या सजधज आयी  !

करते इंतजार कई लिए जन्म…..,

अब जाकर ये शुभ घड़ी है आयी !!

(6) ” जनवरी “, जनवरी बाईस

सरसाए तारीख़

गवाह बन रही पूरी देश दुनिया !

हो रहे श्रीरामलला  के शुभ दर्शन..,

खिले शुभानन नाची मनबगिया!!

(7) ” जनवरी “, जनवरी माह

आगाज चौबीस

हैं तिथि तारीख सभी शुभ दिव्य  !

अयोध्या नगरी श्रीराम आगमन….,

देख नज़ारा लगे उतरा हो स्वर्गभव्य !!

सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान

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