मनोरंजन

मन के भाव – झरना माथुर

एक पत्नी अपने पति से क्या चाहती है –

काश ऐसा होता और तुम कहते कि आज बहुत सुंदर लग रही हो।

काश ऐसा होता और  तुम कहते  आज खाना बहुत स्वादिष्ट बना है।

काश ऐसा होता और तुम जाते-आते मुझे अपनी बाहों में भर लेते।

 

एक साथी को जीने के लिए अपने साथी से और क्या चाहिए –

अच्छा लगता जब  मैं थकी होती और तुम चाय बना लाते।

अच्छा लगता  जब कुछ पल तुम भी मेरे साथ  बैठ जाते।

अच्छा लगता कभी तुम भी काम में मेरा हाथ बटा देते।

 

एक साथी को जीने के लिए अपने साथी से और क्या चाहिए –

कभी-कभी तुम भी सबके सामने  मेरी तारीफ कर देते।

कभी कभी मैं कुछ  सोचती और तुम कह देते।

कभी कभी यूं ही तुम मेरे हाथ पे हाथ रख देते।

 

एक साथी को जीने के लिए अपने साथी से और क्या चाहिए –

बहुत कुछ है कहने के लिए …

काश मेरे बिना कहे ही तुम मुझे समझ जाते..

काश..

काश..

काश..

– झरना माथुर, देहरादून , उत्तराखंड

Related posts

गीत – अनुराधा पाण्डेय

newsadmin

गजल – मधु शुक्ला

newsadmin

गज़ल – झरना माथुर

newsadmin

Leave a Comment