है जिंदगी बड़ी अनमोल
जीएं चलें जिंदगी !
गाएं मुस्कुराएं हँसते रहें……,
और बढ़ाएं सभी से मेलजोल !!1!!
बनाएं जीवंत जिंदगी
रखें ना किसी से गिला शिकवा !
सदैव करते रहें प्रभु बंदगी……,
बनें रहें कृतज्ञ जीवन में सदा !!2!!
बांधे उम्मीदें जिंदगी
बनाए चलें ख़ुशनुमा सफर !
है दूर नहीं मंज़िल नगरी…..,
बस, ढूंढ़ लें एक हमसफर !!3!!
जिंदगी से जिंदगी
चले सिखलाए जीवन गुर !
कभी ना बैठें थक हारकर…….,
देखें होते उदय भास्कर !!4!!
बीती भूला दें जिंदगी
आगे की सुधि लेते बढ़ें !
चलें सभी दुःख गम पीते…….,
कभी दोष किसी पे ना मढ़ें !!5!!
चले हर्षाए जिंदगी
गर साथ किसी का हम बनें !
जीएं चलें हरेक पल क्षण…..,
तो, जिंदगी खुशहाल बनें !!6!!
हुनर सिखलाए जिंदगी
बस, आस कभी ना हम खोएं !
विश्वास है जिंदगी का नाम…..,
चलें स्वयं पे भरोसा सदा बनाए !!7!!
सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान